गंगा समेत प्रदेश की सभी नदियों में होगा वीरभद्र की अस्थियों का विसर्जन
पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की अस्थियां हिमाचल प्रदेश के हर विधानसभा क्षेत्र में बहने वाली सभी नदियों में बहाई जाएंगी। 16 जुलाई को हरिद्वार में अस्थि विसर्जन होगा। 18 जुलाई को शुद्धि होगी। शनिवार को उनके दाह संस्कार के बाद समूचे विधानसभा क्षेत्र और रामपुर शहर में सन्नाटा पसर गया था।
छह बार हिमाचल के मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह के पुत्र विक्रमादित्य सिंह सोमवार को रामपुर के जोबनी बाग स्थित श्मशानघाट से अपने पिता की अस्थियां एकत्रित करेंगे। इन्हें 16 जुलाई को हरिद्वार में विसर्जित किया जाएगा। प्रदेश की सभी नदियों में भी इन अस्थियों का विसर्जन होगा।
लाहौल-स्पीति की चंद्रभागा, शिमला जिले की सतलुज, कुल्लू जिले की ब्यास और पार्वती सहित अन्य सभी नदियों में पूर्व मुख्यमंत्री की अस्थियों का विसर्जन होगा। 18 जुलाई को रामपुर में उनकी शुद्धि होगी। राज्य के हर जिले में ब्लॉक कांग्रेस स्तर पर इन अस्थियों को विसर्जित करने की व्यवस्था रहेगी। हालांकि, इसको लेकर सोमवार को अंतिम सूची जारी की जाएगी।
रविवार को भी राज दरबार परिसर में शोक संतप्त परिवार को सांत्वना देने के लिए लोग पहुंचे। शनिवार को दाह संस्कार के बाद रामपुर शहर में सन्नाटा पसर गया और समूचा विस क्षेत्र वीरभद्र सिंह के देहांत के शोक में गमगीन दिखा। सोमवार को चार दिनों से बंद प्रमुख व्यापारिक केंद्र रामपुर लोगों के लिए खुलेगा।