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कुंभकरण की नींद सोए रहे वन विभाग के अधिकारी -:हमीरपुर

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वन मंडल हमीरपुर के अधिकारियों की लापरवाही का एक नया मामला सामने आया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार वन मंडल हमीरपुर की अंघार रेंज के झिरालड़ी ब्लॉक की वन बीट झरनोट में लोगों ने गांव तक सड़क का निर्माण किया है। डीपीएफ जंगल पी-6, धार जजर -जख सी० वन०डी० में सरकार के कायदे- कानून को ठेंगा दिखाकर करीब 450 मीटर लंबी सड़क का अवैध निर्माण कर लिया गया है।
सूत्रों से पता चला है कि लगभग 2 महीने पहले इस अवैध सड़क को बनाया गया है लेकिन वन विभाग के वनरक्षक , वन अधिकारी व रेंज अधिकारी द्वारा इस अवैध रूप से बनाई जा रही सड़क के काम को रोकना तो दूर बल्कि विभाग के कर्मचारी व अधिकारी कुंभकरण की नींद सोए रहे ।वन विभाग की कुंभकरणी नींद में उस समय खलल पड़ा जब 14 फरवरी 20 22 को इस अवैध रूप से हुए सड़क के कार्य की शिकायत वन अधिकारी व मुख्य अरणयपाल हमीरपुर को दी गई।

शिकायत मिलने पर वन वृत्त हमीरपुर के मुख्य ‌ अरण्य पाल ने अवैध रूप से बनी इस सड़क के बारे में जांच के आदेश दिए ।इस जांच में पाया गया कि जंगल में महफूजा , महकमा जंगलात पी 6 धार जजर -जख सी 1 डी में 320 मीटर लंबी अवैध का सड़क निर्माण अलाटे वन पूल मलकीयत प्रदेश सरकार में 51 मीटर बा खुदरी दरख़्त जमीन में 80 मीटर तथा कुल 451 मीटर अवैध सड़क निर्माण कर दिया गया तथा इस सड़क निर्माण में 14 हरे चुड़ के पेड़ों को बलि चढ़ाया गया ।

हैरानी इस बात की है कि लाखों रुपए का नुकसान होने के बावजूद अभी तक वन विभाग ने अपने कर्मचारियों व अन्य आरोपियों के विरुद्ध अभी तक कोई सख्त कार्रवाई नहीं की है , जबकि बताया तो यहां तक जा रहा है कि आरोपी मौके से तथ्यों को मिटाने में लगे हैं जिसके लिए चीड़ के पेड़ों की सड़क में दबाई गई कुछ लकड़ी को निकाल कर झिरालड़ी में एकत्रित किया गया है लेकिन जिन भंदरोली गांव के लोगों ने इस अवैध सड़ख के काम को अंजाम दिया है उनके विरुद्ध कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई जा रही है ।इस विषय में जब डीएफओ हमीरपुर एलसी बंदना से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इस मामले की एफ आई आर दर्ज करवा दी गई है ।लकड़ी को भी सीज किया जा रहा है तथा भूमि की निशानदेही की प्रक्रिया प्रक्रिया चल रही है।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक