कई दिनों से चल रही खींच- तान के बाद मध्य प्रदेश में बड़ा उलटफेर सामने आया। कमलनाथ ने विधानसभा में फ्लोर टेस्ट से पहले ही मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देने का एलान कर दिया। कमलनाथ ने राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाक़ात कर अपना इस्तीफा सौंप दिया है। इस्तीफे से पहले कमालनाथ ने मीडिया से बातचीत करते हुये कहा- मैंने हमेशा विकास में विश्वास रखा। प्रदेश की जनता आज पूछ रही है कि कमलनाथ का क्या कसूर है। मुझे जनता ने पूरे पांच सालों के लिए बहुमत दिया था। प्रदेश के साथ धोखा करने वाले नेताओं के साथ जनता कभी न्याय नहीं करेगी।
कोरोना वायरस से ऐसे करे बचाव, देखे वीडियो
उन्होनें कहा- ”बीजेपी ने लोकतंत्र की हत्या की है। मेरी सरकार ने किसानों का कर्जा माफ किया, लेकिन ये बीजेपी को रास नहीं आया।” उन्होंने कहा, ”15 महीनों में मेरा प्रयास रहा कि हम प्रदेश को नई दिशा दें, प्रदेश की तस्वीर बदलें। मेरा क्या कसूर था? इन 15 महीनों में मेरी क्या गलती थी?”कमलनाथ ने आगे कहा, ”15 महीने के कार्यकाल में मेरी सरकार पर भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं लगा। जनता समझ चुकी थी कि जनता की सरकार क्या होती है।
We’ve built a community of people enthused by positive news, eager to participate with each other, and dedicated to the enrichment and inspiration of all. We are creating a shift in the public’s paradigm of what news should be.