एएसपी मंडी की गाड़ी ने ओवरटेक करते कुचला स्कूटी सवार, पीजीआई भर्ती ,पुलिस ने दबाया मामला नही लगने दी कुछ दिन भनक

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घायल व्यक्ति की पत्नी ने सीसीटीवी फुटेज का सहारा लेकर मीडिया से लगाई न्याय की गुहार

चालक के खिलाफ मामला दर्ज छानबीन शुरू
– मंडी। मंडी जिला में पुलिस की गाड़ी के ओवरटेक मामले में स्कूटी सवार को कुचलने के मामला प्रकाश में आया है। जानकारी के अनुसार एएसपी मंडी की सरकारी गाड़ी ने ओवरटेक करते हुए एक स्कूटी सवार को कुचल डाला। घटना बीते 28 अगस्त की है। लेकिन पुलिस ने इस पूरे मामले की किसी को सूचना तक नही लगने दी। स्कूटी घायल व्यक्ति की पत्नी ने अब मीडिया के साथ सीसीटीवी की फुटेज शेयर करके इंसाफ की गुहार लगाई है। मिली जानकारी के अनुसार एएसपी मंडी अपनी सरकारी गाड़ी (एचपी 33 ई 3175) पर मंडी से पंडोह की तरफ जा रहे थे। इनकी गाड़ी को एचएएसआई बलदेव चला रहा था। सौली खड्ड में एक बस को ओवरटेक करते हुए दूसरी तरफ से आ रही स्कूटी (एचपी 33 एफ 4041) को जोरदार टक्कर मार दी और इस पर सवार यशवंत निवासी थाची को कुचल डाला। तुरंत प्रभाव से घायल को अस्पताल पहुंचाया गया जहां से उसे पीजीआई चंडीगढ़ रैफर कर दिया गया है। एसपी मंडी सौम्या सांबशिवन ने बताया कि चालक बलदेव के खिलाफ आईपीसी की धारा 279 और 337 के तहत मामला दर्ज करके उसे लाईन हाजिर कर लिया गया है। एफएसएल की टीम ने मौके पर जाकर सारे साक्ष्य जुटाए हैं। सीसीटीवी की फुटेज को भी जांच के लिए भेजा गया है। कानून के तहत सारी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। घायल यशवंत की पत्नी लवली अपने पति की सेहत को लेकर बेहद चिंतित है। लवली ने दूरभाष पर बताया कि डाक्टरों ने उसे बताया क यशवंत को गंभीर चोटें आई हैं और हो सकता है कि भविष्य में यशवंत शायद ही कभी बिस्तर से उठ पाए। पुलिस वालों ने मेरे हंसते खेलते परिवार को तबाह कर दिया है। हादसे के बाद किसी भी पुलिस वाले ने हाल तक जानने की कोशिश नहीं की, मदद करना तो दूर की बात है। मुझे और कुछ नहीं चाहिए, जैसा मेरा पति पहले था वैसा ही ठीक करके दे दो। मेरा पति पूरे परिवार को चलाने वाला इकलौता सहारा है और यदि यही बिस्तर पर पड़ गए तो फिर जिंदगी कैसे चलेगी। इस मामले की उच्च स्तरीय जांच हो और दोषी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक