ऊना में 30 वर्षीय युवक की मौत पर बवाल, दो डॉक्टरों पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज
क्षेत्रीय अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात दो चिकित्सकों डॉ. सुचारिता लट्ठ और डॉ. राहुल के खिलाफ गैर इरादतन हत्या सहित गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। यह कार्रवाई जसाणा निवासी मधु बाला की शिकायत के आधार पर की गई है, जिन्होंने अपने पति नीतीश कुमार की मौत को चिकित्सीय लापरवाही और जानबूझकर उपचार में देरी का परिणाम बताया है।पीड़ित पक्ष के अनुसार, 21 जुलाई की देर शाम नीतिश कुमार बारिश के दौरान फिसलकर गिर पड़े थे, जिससे उनके सिर में गंभीर चोट आई थी। पहले उन्हें सीएचसी बंगाणा में प्राथमिक उपचार दिया गया, जिसके बाद उन्हें गंभीर हालत में क्षेत्रीय अस्पताल ऊना रैफर किया गया। मधु बाला का आरोप है कि अस्पताल पहुंचने के बाद ड्यूटी पर तैनात डॉ. सुचारिता ने न तो समय रहते गंभीरता से जांच की, न ही कोई आपातकालीन इलाज शुरू किया। वहीं, कॉल ड्यूटी पर मौजूद डॉ. राहुल मौके पर पहुंचे ही नहीं।
परिजनों ने बताया कि चिकित्सकीय टीम द्वारा घोर लापरवाही बरती गई। मरीज को गंभीर हालत में बिना उचित इलाज के पीजीआई चंडीगढ़ रैफर कर दिया गया, लेकिन एम्बुलेंस को एक घंटे बाद वापस बुलाया गया और लगभग तीन घंटे की देरी से मरीज को इंटुबेट किया गया। पीजीआई में डॉक्टरों ने परिजनों को बताया कि इंटुबेशन भी सही तरीके से नहीं किया गया था, जिससे मरीज की स्थिति और बिगड़ गई। इस घटना से आहत मृतक की पत्नी मधु बाला ने इसे सिर्फ लापरवाही नहीं बल्कि जानबूझकर इलाज में देरी और इनकार का मामला करार दिया है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर दी है, जो मेडिकल रिकॉर्ड, स्टाफ की भूमिका और इलाज में देरी की जांच कर रही है। पुलिस अधीक्षक ऊना अमित यादव ने पुष्टि की है कि पुलिस ने शिकायत के आधार पर दोनों डॉक्टरों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।