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अब पुलिस के साथ-साथ RTO भी करेंगे ITMS से ऑनलाइन चालान

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आईटीएमएस यानी इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के माध्यम से अब हिमाचल प्रदेश के सभी आरटीओ कार्यालय भी ऑनलाइन चालान कर सकेंगे। प्रदेश सरकार ने आरटीओ कार्यालयों को आईटीएमएस की एक्सेस देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए आरटीओ कार्यालयों और पुलिस के बीच सामंजस्य बैठाया जा रहा है।

इससे पहले इन कैमरों की मदद से सिर्फ पुलिस ही चालान काटती थी, जबकि आरटीओ कार्यालयों के कर्मचारियों को चालान काटने के लिए नाके लगाने पड़ते थे। लेकिन अब आरटीओ कार्यालयों के कर्मचारी भी अपने कार्यालय में बैठकर ही यातायात नियमों की अवहेलना करने वालों पर शिकंजा कस सकेंगे।

आरटीओ मंडी नवीन शर्मा ने बताया कि आरटीओ कार्यालयों को आईटीएमएस का एक्सेस देने की प्रक्रिया जारी है। जैसे ही यह एक्सेस मिल जाएगा, उसके बाद यातायात नियमों की अवहेलना करने वालों पर कार्यालय से बैठकर ही कार्रवाई की जाएगी।

आईटीएमएस से अब हर तरह के चालान
सड़क पर लगे कैमरों को देखकर लोगों के मन में अक्सर यही ख्याल आता है कि इससे सिर्फ ओवरस्पीड के ही चालान होते हैं, क्योंकि अधिकतर लोगों को इसी कारण चालान भुगतना पड़ता है। लेकिन इन कैमरों की मदद से अब अन्य यातायात नियमों की अवहेलना पर भी चालान किए जा रहे हैं।

यदि किसी वाहन के कागजात पूरे नहीं होते, तो उसका भी ऑनलाइन चालान काटा जा रहा है। इन कैमरों की मदद से वाहन की ऑनलाइन एंट्री होती है, जिसमें गाड़ी के सभी दस्तावेज दिखाई देते हैं। यदि कागजातों में कोई कमी पाई जाती है, तो उसी आधार पर चालान किया जाता है।

यहां तक कि ये कैमरे सीट बेल्ट न पहनने वाले चालकों को भी चिन्हित कर उनका चालान काट देते हैं। आरटीओ मंडी नवीन शर्मा ने बताया कि पहले सभी प्रकार की जांच के लिए वाहनों को रोकना पड़ता था, लेकिन अब इन कैमरों की मदद से ऑनलाइन ही सब कुछ जांचा जा रहा है, जिससे यातायात नियमों की अवहेलना करने वालों पर अधिक प्रभावी कार्रवाई संभव हो पाई है।

पुलिस और आरटीओ के बीच सामंजस्य जरूरी
आईटीएमएस के तहत चालान की प्रक्रिया में पुलिस और आरटीओ कार्यालयों के बीच बेहतर समन्वय भी जरूरी है, ताकि एक ही वाहन का अलग-अलग चालान न कटे। इस संबंध में पूरी पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए विभागीय स्तर पर कार्य किया जा रहा है। सभी औपचारिकताओं की जांच-परख के बाद ही इस प्रणाली को लागू किया जाएगा। इस दिशा में विभागीय कार्य तेज गति से चल रहा है।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक