संवाद पर विवाद उचित नहीं, लिटफेस्ट को लेकर शांता कुमार ने दिया बड़ा बयान
हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कसौली में इस बार हुए खुशवंत सिंह लिटफेस्ट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि संवाद पर विवाद नहीं होना चाहिए। लिटफेस्ट का आयोजन किया जाना उचित कदम है व मैं भी इसके पक्ष में हूं। जबकि हिन्दू जागरण मंच ने वहां पर हुए धारा 370 को लेकर हुये संवाद का विरोध जताया था। जिसके बाद सोलन मे पूर्व सांसद ने लिटफेस्ट में इस तरह के आयोजन का प्रेस कान्फ्रेंस कर विरोध जताया था। यह बात उन्होनें धर्मशाला में हुये पत्रकार वार्ता के दौरान कही।
शांता कुमार ने धर्मशाला उपचुनाव पर कहा कि धर्मशाला में बुद्धिजीवी बसते हैं। प्रबुद्ध मतदाता जाति और वर्ग के आधार को दरकिनार रखकर मतदान करेंगे। उन्होंने कहा धर्मशाला में त्रिकोणीय मुकाबले की बातें महज अफवाह है। बीते लोकसभा चुनाव में भी धर्मशाला और जिला की जनता ने जातिवाद को नकार भाजपा को जीत दिलाई थी। शांता कुमार ने कहा उन्हें कांग्रेस की हालत पर दुख हो रहा है। देश मे विपक्ष होना बहुत जरूरी है और कांग्रेस राष्ट्रीय पार्टी होने के नाते एक अच्छा विकल्प थी। लेकिन आज कांग्रेस पार्टी नेता विहीन हो गई है। शांता कुमार ने कहा उनकी इच्छा है कि कांग्रेस नेहरू परिवार से बाहर निकलकर खड़ी हो।