‘ब्लैक फंगस की दवाई दुनिया में जहां भी हो, भारत लाएं’, PM मोदी का अधिकारियों को निर्देश

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करोनावायरस  के बाद अब ब्लैक फंगस भारत में महामारी का रूप ले चुके या म्यूकॉरमायकोसिस से निपटने के लिए सरकार युद्ध स्तर पर जुट गई है।  इसके इलाज के लिए डॉक्टर लिपोसोमल एंफोटेरेसिरिन बी नाम के इंजेक्शन का उपयोग करते हैं।  इस दवा के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार ने पांच और कंपनियों को इसे बनाने का लाइसेंस दिया है।

सरकारी सूत्रों के मुताबिक पीएम मोदी लगातार इस सिलसिले में अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं।  उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि यह दवा दुनिया के जिस भी कोने में भा उपलब्ध हो, उसे तुरंत भारत लाया जाए।  उनके निर्देश के बाद दुनिया भर में फैले भारतीय दूतावास अपने-अपने देशों में उपलब्ध इस दवा को भारत भेजने में जुट गए हैं।  इस दिशा में किए जा रहे प्रयासों का असर देखने में मिला है। इसके लिए अमेरिका की गलियड साइंसेज नाम की कंपनी से मदद मिली है।

सरकारी सूत्रों के मुताबिक गलियड साइंसेज एंबीसॉम को फार्मास्यूटिकल कंपनी मायलन के जरिए भारत भेजने के काम में तेजी ला रही है।  अभी तक इसकी 121,000 वायल या शीशियां भारत भेजी जा चुकी हैं।  जल्दी ही 85,000 वायल और पहुंचने वाली है।

गलियड साइंसेज ने मायलन के जरिए भारत में एंबीसॉम की दस लाख खुराक भेजने का लक्ष्य रखा है. कंपनी ने यह भी कहा है कि दुनिया के अन्य देशों में उपलब्ध इस दवा का स्टॉक हटाया जा रहा है और उसे भारत भेजा जाएगा।

 

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक