नेपाल बस हादसे में 27 भारतीयों की मौ.त, आज महाराष्ट्र पहुंचेंगे 24 श.व

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नेपाल में शुक्रवार को हुए बस हादसे में मौत का आंकड़ा 27 पहुंच गया है. हादसा उस समय हुआ जब हाईवे से गुजर रही बस अनियंत्रित होकर मर्स्यांगदी नदी गिर गई. मरने वालों में से 24 शवों की पहचान हुई जो कि महाराष्ट्र के रहने वाले थे. अब इन सभी शवों को शनिवार को इंडियन एयरफोर्स के विमान से महाराष्ट्र ले जाया जाएगा. मुख्यमंत्री ऑफिस ने इसकी पुष्टि भी कर दी है.

घटना की सूचना मिलने के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, जिनके पास आपदा राहत और पुनर्वास विभाग का प्रभार भी है, ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और दिल्ली में अन्य अधिकारियों से बात की. शवों को वापस लाने के लिए एक नोडल अधिकारी भी नियुक्त कर दिया है.

गृहमंत्री के हस्तक्षेप के बाद विमान की व्यवस्था

मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि गृह मंत्री के हस्तक्षेप के बाद अब भारतीय वायुसेना के विमान की व्यवस्था की गई है, जो शनिवार को शवों को उत्तर प्रदेश से महाराष्ट्र ले जाएगा. घटना के पीड़ित मुंबई से करीब 470 किलोमीटर दूर जलगांव जिले के वरणगांव, दरियापुर, तलवेल और भुसावल के थे.

केंद्र सरकार को लिखे पत्र में महाराष्ट्र के आपदा प्रबंधन निदेशक लाहू माली ने कहा था कि 24 अगस्त की शाम में शवों और घायल यात्रियों को गोरखपुर लाया जाएगा, लेकिन उन्हें कमर्शियल विमान से वापस महाराष्ट्र लाना संभव नहीं है, इसलिए वायुसेना के विमान का प्रबंध किया जाए. राज्य सरकार गोरखपुर से हताहतों को नासिक तक लाने के लिए उड़ान का खर्च वहन करेगी.

11 यात्रियों की इलाज के वक्त मौत

पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, घटना में 16 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि 11 ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. गोरखपुर नंबर की बस पोखरा से काठमांडू की ओर जा रही थी, तभी तनहुन जिले के आइना पहारा में हाईवे से पलट गई. इस बस में चालक और दो सहायकों समेत 43 लोग सवार थे. घायल को त्रिभुवन विश्वविद्यालय शिक्षण अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक