जिला पुलिस अधीक्षक के बेटा-बेटी भी दिल्ली से रिकांगपिओ पहुंच गए-जगत सिंह नेगी
किन्नौर के विधायक एवं कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री जगत सिंह नेगी ने रिकांगपिओ में प्रेस वार्ता कर सरकार व स्थानीय प्रशासन पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि जिला में कुछ उच्चाधिकारी, रसूखदार एवं राजनीतिक लोग अपने पदों का फायदा उठाकर देश और प्रदेश के रेड जोन क्षेत्रों से लोगों को यहां लाने का काम कर रहे हैं जिससे किन्नौर में करोना वायरस के संक्रमण का खतरा बना हुआ है।
उन्होंने कहा कि जिला पुलिस अधीक्षक के बेटा-बेटी भी दिल्ली से रिकांगपिओ पहुंच गए हैं। हालांकि, कागजों में यह नहीं बताया गया है कि यह एसपी किन्नौर के बेटा-बेटी हैं बल्कि कागजों में एसपी किन्नौर के रिकांगपिओ आवास का विवरण दिया गया है। उन्होंने कहा कि मंडी संसदीय क्षेत्र के सांसद रामस्वरूप शर्मा भी दिल्ली से जोगिंद्रनगर कैसे पहुंच गए। किन्नौर में अभी तक कोई भी करोना वायरस का मामला नहीं है।
अगर किन्नौर में वायरस का मामला आता है तो यह बाहर से आ रहे लोगों के कारण ही आएगा। उन्होंने कहा कि किन्नौर के लोग जो मात्र चार-पांच किलोमीटर व अन्य जिलों में फंसे हुए हैं, उन्हें किन्नौर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं मिल पा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ने अपने क्षेत्र मंडी व करसोग के लिए तो किन्नौर से बसों में लोगों को भेज दिया लेकिन जो किन्नौर के लोग फंसे हैं, उनको यहां लाने के लिए अनुमति नहीं दी जा रही है।
किन्नौर पुलिस अधीक्षक एसआर राणा ने विधायक जगत सिंह नेगी के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि सोलन में उनके चचेरे भाई का देहांत हुआ था। इसी के चलते उनके बेटा-बेटी केंद्र और राज्य सरकार की गाइडलाइन को फालो करके ही दिल्ली से रिकांगपिओ आए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली के जिस क्षेत्र से उनके बेटा-बेटी रिकांगपिओ आए हैं, वहां किसी भी तरह का करोना वायरस का पॉजिटिव मामला नहीं था। इनके आने की सूचना संबंधित पंचायत और स्वास्थ्य विभाग को दे दी गई थी, जिससे उनके बेटा-बेटी को होम क्वारंटीन किया गया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा उनका रुटीन चेकअप किया जा रहा है।