प्रदेश में शनिवार से 10वीं व जमा दो की प्री बोर्ड की परीक्षा शुरू हो गई है। लेकिन इस परीक्षा में राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एस.सी.ई.आर.टी.) की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जमा दो की प्री बोर्ड परीक्षा में राजनैतिक शास्त्र के सील बंद लिफाफे में बिजनेस स्टडी के प्रश्न पत्र निकले।
आर्टस के छात्रों को यह प्रश्नपत्र वितरित कर दिए गए। जब इस चूक का पता चला तो आनन – फानन में छात्रों से बिजनेस स्टडी के प्रश्न पत्र के वापिस ले लिए गए।
राजकीय वरिष्ठ छात्र माध्यमिक पाठशाला सोलन में राजनैतिक शास्त्र की परीक्षा कुल 45 छात्र दे रहे थे। परीक्षा हाल में एस.सी.ई.आर.टी. द्वारा भेजे गए प्रश्न पत्र के सील बंद लिफाफे को खोला गया। इसमें कुल 45 प्रश्न पत्र थे।
अभी 21 प्रश्न पत्र ही वितरित किए थे कि उसके बाद बिजनेस स्टडी के प्रश्न पत्र बंटने शुरू हो गए। छात्रों ने जैसे इस मामले को ध्यान में लाया तो जांच करने पर पता चला कि एस.सी.ई.आर.टी. ने सील बंद लिफाफे में राजनैतिक शास्त्र के कुल 21 ही प्रश्न पत्र पत्र थे जबकि 24 प्रश्न पत्र बिजनेस स्टडी के थे।
राजनैतिक शास्त्र के 24 प्रश्न पत्र कम होने के कारण स्कूल प्रशासन को आनन – फानन में प्रश्न पत्र फोटोस्टेट करवाकर छात्रों में वितरित किए, फिर जाकर परीक्षा शुरू हुई जबकि बिजनेस स्टडी के पेपर सील कर दिए । प्रदेश के कई अन्य स्कूलों से भी इस प्रकार के मामले सामने आए है।
यहां पर विदित रहे कि एस.सी.ई.आर.टी. सोलन द्वारा यह परीक्षा आयोजित की जा रही है। प्रदेश शिक्षा बोर्ड धर्मशाला की तर्ज पर ही एस.सी.ई.आर.टी. द्वारा प्रश्न पत्र तैयार किए है। इसमें 12वीं व 10वीं के प्रश्न पत्र 80 फीसदी सिलेबस में से सैट किए गए है। इस परीक्षा का उद्देश्य बोर्ड की वाॢषक परीक्षा के लिए छात्रों को मानसिक रूप से तैयार करने के अलावा मार्च में होने वाली बोर्ड की परीक्षा के लिए उनकी तैयारियों का आकलन करना भी है।
इस परीक्षा के प्रश्न पत्र सैट करने से लेकर प्रदेश में सभी 2,377 स्कूलों तक पहुंचाने की ज़िम्मेदारी भी एस.सी.ई.आर.टी. की ही थी। यही कारण है कि इसकी कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे है।
इस मामले में विपेन्द्र काल्टा प्रधानाचार्य राजकीय छात्र वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सोलन ने बताया कि जमा दो की प्री बोर्ड परीक्षा के राजनैतिक शात्र के 24 प्रश्न पत्रों के स्थान पर बिजनेस स्टडी के पेपर थे। जैसे ही यह मामला उनकेध्यान मे आया इन प्रश् न पत्रों को सील कर दिया गया और राजनैतिक शास्त्र के प्रश्न पत्र को फोटो स्टेट कर छात्रों में वितरित किए गए।
वहीं नम्रता टिकू प्रधानाचार्य राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद सोलन ने मामले को लेकर कहा कुछ स्कूलों से इस प्रकार की शिकायते आई थी लेकिन इस मामले को समय रहते सुलझा लिया गया।
गौरतलब है कि इस परीक्षा के पेपर संबंधित स्कूल के अध्यापकों द्वारा ही चैक किए जाएंगे लेकिन इसकी रिपोर्ट एस.एस.ए. व एस.सी.ई.आर.टी. को भी देनी होगी।
यदि कोई छात्र परीक्षा में फेल हो जाता है या फिर उसके कम अंक आते हैं तो उसमें सुधार करने के लिए अध्यापक के पास जनवरी व फरवरी महीने का समय होगा। इसके अलावा एस.सी.ई.आर.टी. भी स बन्धित स्कूलों से ऐसे छात्रों की प्रोग्रैस रिपोर्ट लेता रहेगा। हालांकि दिसंबर माह में स्कूलों में पहले भी इन कक्षाओं की परीक्षा होती है लेकिन यह स्कूल द्वारा ही आयोजित की जाती थी लेकिन इस बार एस.सी.ई.आर.टी. इस परीक्षा को आयोजित कर रहा है।
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