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कृषि विभाग में क्लर्क की नौकरी के लिए बना दिया फ़र्ज़ी नियुक्ति पत्र, FIR

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प्रदेश के कृषि विभाग में क्लर्क की नौकरी के लिए विभागीय अधिकारी के फर्जी हस्ताक्षर से नियुक्ति पत्र देने का मामला सामने आया है। उप सचिव (कृषि) ने मामले की शिकायत छोटा शिमला पुलिस थाने में करवाई है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 319(2), 318(4), 336(2), और 336(3) के तहत एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। यह मामला तब सामने आया जब उप सचिव (कृषि) को 19 मार्च, 2025 को एक व्हाट्सएप संदेश के जरिए जानकारी मिली कि उनके नाम और हस्ताक्षर से फर्जी नियुक्ति पत्र जारी किया गया है। फर्जी नियुक्ति पत्र में अनीश कुमार नामक व्यक्ति को कृषि विभाग में लोअर डिविजनल क्लर्क के पद पर नियमित नियुक्ति प्रदान की गई बताई गई है।

शिकायतकर्ता के अनुसार ऐसा कोई पद कृषि विभाग में अस्तित्व में नहीं है और विभाग में अब इस पद का नाम ‘कनिष्ठ कार्यालय सहायक (आईटी)’ हो गया है, जिसमें नियुक्ति केवल अनुबंध के आधार पर होती है। इससे स्पष्ट है कि नियुक्ति पत्र पूरी तरह से फर्जी है।

फर्जी पत्र में विभाग की आधिकारिक मुहर और शिकायतकर्ता के हस्ताक्षर का भी गलत उपयोग किया गया है। पत्र में उनका पुराना पदनाम “अवर सचिव (कृषि)” दर्शाया गया है, जबकि उन्हें 1 नवंबर, 2024 से “उप सचिव (कृषि)” के पद पर पदोन्नत किया जा चुका है। इससे यह भी प्रमाणित होता है कि पत्र पुरानी जानकारी के आधार पर तैयार किया गया और उसकी सत्यता संदेह के घेरे में है।

 

शिकायतकर्ता ने आशंका जताई है कि इसी प्रकार के अन्य फर्जी नियुक्ति आदेश भी जारी किए जा सकते हैं जिससे कई भोले-भाले लोग भ्रमित हो सकते हैं और ऐसे झांसे में आकर खुद को पीड़ित बना सकते हैं। उन्होंने इस पूरे मामले की जानकारी 22 मार्च को पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को भी दी थी, लेकिन तब कोई कार्रवाई नहीं हुई।

अंततः उन्होंने थाना छोटा शिमला में शिकायत दर्ज करवाई, जिसके आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही दोषियों की पहचान कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं कृषि विभाग ने भी आंतरिक जांच शुरू कर दी है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक