कृषि मंत्री चंद्र कुमार को उनके ही बेटे नीरज भारती की नसीहत; बोले- विधायकों पर टिप्पणी से बचें

Spread the love

हिमाचल कांग्रेस में कभी भी सियासी भूचाल आ सकता है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह, दिग्गज नेता राजेंद्र राणा और सुधीर शर्मा के बाद पूर्व CPS नीरज भारती ने भी इसके संकेत दे दिए हैं। भारती ने फेसबुक पर अपने ही पिता एवं सुक्खू कैबिनेट में कृषि मंत्री चौधरी चंद्र कुमार पर तंज कसते हुए चुने हुए विधायकों पर टिप्पणी नहीं करने की नसीहत दी। नीरज यही नहीं रुके, उन्होंने तो यहां लिख दिया कि सरकार को अपनी कार्यप्रणाली बनाने के लिए आठ महीने काफी होते है। नौ महीने में तो बच्चा भी हो जाता है।

दरअसल, चंद्र कुमार ने पिछले कल मुख्यमंत्री सुक्खू के समर्थन में बयान दिया था। उन्होंने राजेंद्र राणा और सुधीर के फेसबुक पोस्ट को अनुशासनहीनता बताया था। इस पर नीरत भारती भड़क गए हैं। उन्होंने चंद्र कुमार को खरी-खोटी सुनाई। उन्होंने लिखा कि अपनी पार्टी के चुने हुए प्रतिनिधियों पर तंज कसने से अच्छा है कि आप अपने जिले पर ध्यान दें।हिमाचल के सबसे बड़े जिले कांगड़ा के आप इकलौते मंत्री हैं। इसलिए अपनी अधिकारियों और कर्मचारियों के बारे में सोचें, जो कांग्रेस वर्कर को मुंह नहीं लगा रहे। सरकार बने 8 महीने हो गए, लेकिन अब तक अधिकारी तक नहीं बदले गए। इससे विधायक और आम कार्यकर्ता हताश हैं। भारती के पोस्ट ने जाहिर कर दिया कि कांग्रेस के भीतर सब ठीक-ठाक नहीं है।कांग्रेस के दिग्गज राजेंद्र राणा ने 2 रोज पहले अपने फेसबुक पर लिखा कि जो विवादों से दूर रहते हैं, वही दिलों पर राज करते हैं। जो विवादों महाभारत का प्रसंग देखिए: दी।राणा की इस पोस्ट के बाद धर्मशाला से विधायक सुधीर शर्मा भी सियासी विवाद में कूद पड़े। उन्होंने लिखा कि तुलसी नर का क्या बड़ा, समय बड़ा बलवान है। मतलब हुआ कि तुलसीदास जी कहते हैं, समय ही व्यक्ति को सर्वश्रेष्ठ और कमजोर बनाता है। इन दोनों दिग्गज नेताओं के कमेंट कांग्रेस में सियासी महाभारत के संकेत दे रहे हैं।

लोकसभा का मानसून सत्र शुरू होने से पहले कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मिलकर मुख्यमंत्री की शिकायत कर चुकी हैं। सूत्रों की माने तो उन्होंने कैबिनेट विस्तार और बोर्ड निगमों में तैनाती में देरी का मसला तथा आम कार्यकर्ताओं के काम नहीं होने का मामला खड़गे के समक्ष उठाया है।

इसी तरह कांग्रेस विधायकों के साथ-साथ कार्यकर्ता भी मायूस हैं। कुछ विधायक मंत्री बनने का इंतजार कर रहे हैं। कुछ कांग्रेस नेता बोर्ड-निगमों में ताजपोशी चाहते हैं और कुछ अधिकारियों के तबादले का इंतजार कर रहे हैं। अधिकारियों के तबादले नहीं होने से कांग्रेस विधायक भी मायूस हैं। आलम यह है कि पूर्व सरकार में जो अधिकारी कांग्रेस के निशाने पर रहे हैं, वहीं आज मुख्यमंत्री सुक्खू के मुख्य सलाहाकार बने हुए हैं।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक