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असम: 300 फीट नीचे खदान में भरा पानी, 10 मजदूर अभी भी फंसे; रेस्क्यू जारी

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असम के दीमा हासाओ में उमरांग्स कोयला खदान में पानी भरने से बड़ा हादसा हो गया. खदान में पानी भरने से करीब 27 मजदूर फंस गए थे. 17 मजदूरों का रेस्क्यू कर निकाल लिया गया है, अभी भी 10 मजदूर फंसे हुए हैं.असम के दीमा हासाओ जिले के उमरांग्स कोयला खदान में पानी भरने से बड़ा हादसा हो गया. जानकारी के मुताबिक खदान में पानी भरने से करीब 27 मजदूर फंस गए थे. वहीं इस घटना से इलाके में हड़कंप मच गया. वहीं खदान में फंसे तीन मजदूरों की मौत हो गई है. वहीं घटनास्थल पर सेना, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही हैं.

खादान से निकाल गए मजदूरों के इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया. तीन मजदूरों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. वहीं खदान में फंसे मजदूरों को निकाले जाने का काम जारी है. श्रमिकों की पहचान नेपाल के गंगा बहादुर श्रेष्ठ, दरांग के हुसैन अली, जाकिर हुसैन और मुस्तफा अली, कोकराझार के सरपा बर्मन और खुची मोहन रॉय, पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी के संजीत सरकार, दिमा हसाओ और सोनितपीर के लिदान मागर के रूप में हुई है.

तीन मजदूरों की हुई मौत

घटना उमरांग्स में असम खदान के ब्लॉक 19 में हुई. खदान में फंसने से तीन मजदूरों की मौत हो गई. तीनों श्रमिकों की पहचान दरंग के दलगांव के हुसैन अली, मुस्तफा अली और जाकिर हुसैन के रूप में की गई. कोयला खदान के अंदर अभी भी कई लोग फंसे हुए हैं. लोगों को निकालने के लिए घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य जारी है.

पानी भरने से हुआ हादसा

जानकारी के मुताबिक, बीते दिन सुबह मजदूर करीब सुबह 7 बजे खदान में गए थे. वहीं कुछ ही देर बाद खदान पानी से भर गई. जिसके बाद उसमें काम करने वाले मजदूर फंस गए. हालांकि खदान में फंसे मजदूरों की संख्या के मारे स्पष्ट जानकारी नहीं मिली है. माना जा रहा है कि करीब 27 मजदूर खदान में फंसे थे. जिनमें से रेस्क्यू के दौरान 17 मजदूरों को बाहर निकाल लिया गया है.

वहीं इस घटना पर सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने चिंता जताई है. उन्होंने कहा कि मैं भगवान से सभी लोगों की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता हूं. साथ ही घटनास्थल पर कई अधिकारी पहुंचे हैं.

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक