हिमाचल प्रदेश में HRTC ड्राइवर 30 मई को नहीं चलाएंगे बसें
हिमाचल पथ परिवहन निगम चालक यूनियन और प्रबंधन के बीच वार्ता विफल रही। अब 30 मई को प्रस्तावित एक दिन की हड़ताल होगी। उस दिन पूरे प्रदेश में एचआरटीसी की बसें नहीं चलेंगी। इसके कारण प्रदेश के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। ड्राइवर यूनियन और निगम प्रबंधन के बीच हुई बातचीत के दौरान निगम के कर्मचारियों को छठा वेतन आयोग देने पर सहमति तो बनी, लेकिन अन्य भत्तों की अदायगी पर सहमति नहीं बन पाई। 36 माह से चालकों, परिचालकों को नाइट ओवर टाइम नहीं मिल पाया है।
ड्राइवर यूनियन मांग कर रही थी कि सरकार व निगम प्रबंधन जल्द से जल्द कर्मचारियों को नाइट ओवर टाइम प्रदान करें, लेकिन बैठक में सहमति नहीं बन पाई। निगम प्रबंधन ने अपना पक्ष रखा। कहा कि 2006 से लंबित एरियर का भुगतान भी नहीं किया जा सकता है। हालांकि नाइट ओवर टाइम के भुगतान के लिए एक कमेटी के गठन का प्रस्ताव रखा था, लेकिन यूनियन के पदाधिकारियों ने प्रबंधन के इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया और अपने फैसले पर अभी भी अड़े हुए हैं।
चालक यूनियन ने शिमला में एचआरटीसी प्रबंधन व सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। वहीं उन्होंने चेताया है कि अगर 29 मई से पहले उनकी मांगों को नहीं माना जाएगा तो फिर 30 मई को बसें न चलाने का फैसला टाला नहीं जाएगा। यूनियन पदाधिकारियों ने आरोप लगाया है कि सरकार व निगम प्रबंधन की ओर से कर्मचारियों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। प्रदेश के अन्य विभागों में जहां छठे वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू कर दिया गया है तो वहीं एचआरटीसी कर्मचारियों के लिए अभी तक सिफारिशों को लागू नहीं किया गया है। वहीं, कई वर्षों से लंबित वित्तीय मांगों को भी पूरा नहीं किया जा रहा है।