हिमाचल के मंदिरों में RTPCR रिपोर्ट या वैक्‍सीनेशन प्रमाण पत्र के बिना नहीं मिलेगा श्रद्धालुओं को प्रवेश

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हिमाचल प्रदेश के मंदिरों में आने वाले श्रद्धालुओं को आरटीपीसीआर टेस्‍ट रिपोर्ट दिखाने पर ही एंट्री मिलेगी। नौ अगस्त से शुरू शुरू होने वाले श्रावण अष्ठमी मेलों को देखते हुए सरकार ने यह निर्देश दिए हैं। श्रीज्वालामुखी मंदिर में स्थानीय प्रशासन व पुलिस ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं। मेलों में दौरान अन्‍य राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं को इस बार सामान्य तौर पर प्रवेश नहीं दिया जाएगा।

हिमाचल प्रदेश के मंदिरों में आने वाले श्रद्धालुओं को आरटीपीसीआर टेस्‍ट रिपोर्ट दिखाने पर ही एंट्री मिलेगी

कोविड-19 के तहत प्रदेश सरकार के आदेशों के अनुसार प्रशासन ने तय किया है कि इस बार मंदिर में माथा टेकने के लिए आने वाले लोगों को नए नियमों के अनुसार ही मां के दर्शन करवाए जाएंगे। अन्‍य राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं को अपने साथ आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट या फिर कोविड-19 वैक्सीन की दोनों डोज लगवाई होने के प्रमाणपत्र साथ लाना अनिवार्य होगा।

श्रावण अष्टमी मेलों के मद्देनजर ज्वालामुखी पुलिस मुस्तैद हो गई है। पुलिस टीम ने डीएसपी चंद्र पाल के नेतृत्व में ज्वालामुखी मुख्य मंदिर मार्ग पर मोर्चा संभाला और सभी दुकानदारों को नवरात्र से पूर्व ही अपना सामान नाली से पीछे दुकान के अंदर रखने को कहा, ताकि मार्ग संकीर्ण न हो और नवरात्र में किसी प्रकार की परेशानी आवाजाही को लेकर न हो।

इसके अलावा पुलिस टीम ने अन्‍य राज्यों से आए प्रवासियों जो मुख्य मार्ग जड़ी बूटी और दवाओं की दुकानें और कुछ प्रवासी अन्य सामान की अस्थायी दुकानें लगाकर बैठे हैं, उन्हें भी मुख्य मार्ग से हटने को कहा गया है और उन्हें चेतावनी दी गई है कि यहां नजर न आएं। यह कार्रवाई इसलिए अमल में लाई गई है, ताकि मुख्य मार्ग पर कोई अतिक्रमण न हो।

डीएसपी चंद्रपाल सिंह ने बताया नवरात्र से पूर्व पुलिस पूरी व्यवस्था को सही करने के लिए लगी है, ताकि कोई परेशानी न आए, मुख्य मार्ग पर भी पुलिस टीम बार बार दुकानदारों को हिदायत दे रही है कि कोई अतिक्रमण न किया जाए और ट्रैफिक व्यवस्था को भी सुदृढ़ बनाने का प्रयास किया जा रहा है। नवरात्र में सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद रखा जाएगा।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक