हाडा कुंडी गौ अभ्यारण्य में चारा प्रबंधन के विषय में बैठक आयोजित….

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उपमण्डलाधिकारी नालागढ़ एवं हाडा कुण्डी गौ अभ्यारण्य समिति के अध्यक्ष महेन्द्र पाल गुर्जर ने कहा कि गौ अभ्यारण्य में चारा प्रबंधन के विषय में गौ सेवा आयोग एवं उपायुक्त सोलन को अवगत करवाया गया है ताकि यहां गौवंश के लिए पर्याप्त मात्रा में चारा उपलब्ध रहे।
महेन्द्र पाल गुर्जर आज अभ्यारण्य में चारा प्रबंधन के विषय में समिति के सदस्यों के साथ आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार गौ अभ्यारण्य के माध्यम से बेसहारा गौवंश को आश्रय प्रदान करने के लिए कृत संकल्प है। इसके माध्यम से जहां बेसहारा गौवंश की सुरक्षा सुनिश्चित होती है वहीं यहां-वहां एकत्र गौवंश को आश्रय भी मिलता है। उन्होंने कहा कि गौ अभ्यारण्य में गौवंश को चारा प्रदान करने के लिए गौसेवा आयोग से निधि प्राप्त होती है। उन्होंने कहा कि इस निधि को बढ़ाने के लिए गौसेवा आयोग को पत्र प्रेषित किया गया है। इस संबंध में उपायुक्त सोलन से अतिरिक्त धनराशि उपलब्धता करवाने की मांग भी की गई है।

उन्होंने समिति के सदस्यों से आग्रह किया कि गौ अभ्यारण्य में गर्मी के दृष्टिगत गौवंश के लिए पेयजल और चारे की उपलब्धता सुनिश्चित बनाने के हर संभव प्रयास किए जाएंगे। हाडा कुण्डी गौ अभ्यारण्य समिति के प्रधान राम प्रताप ने इस अवसर पर अवगत करवाया कि तूड़ी के भाव गत वर्ष 600 से 700 रूपये प्रति क्विंटल थे जोकि मार्च, 2022 में 1200 रूपये प्रति क्विंटल तथा मई में 800 प्रति क्विंटल हो गए हैं। दामों में वृद्धि के कारण समिति को आयोग से अधिक सहायता की अपेक्षा है क्योंकि गौ अभ्यारण्य के संचालन के लिए गौ सेवा आयोग से प्राप्त निधि ही एकमात्र साधन है। उन्होंने आग्रह किया कि गौ अभ्यारण्य समिति को अधिक धनराशि उपलब्ध करवाई जाए। इस अवसर पर वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. भारत भूषण करकरा, गौ अभ्यारण्य के सदस्य आरुणि पाठक, देवराज चौधरी, दौलत राम सहित अन्य उपस्थित थे।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक