हाईकोर्ट में कार्यरत निजी सचिव के साथ मारपीट करने का मामला सामने आया है। आरोप है कि शिमला-धर्मशाला उच्चमार्ग पर ब्रह्मपुखर में एक ढाबे के स्टाफ ने सचिव के साथ मारपीट की और उनकी पत्नी के साथ भी अभद्र व्यवहार किया। यही नहीं मारपीट करने के साथ जान से मारने की धमकी भी दी गई। यह सारी घटना सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हुई है। उन्होंने संदेह जताया कि ढाबे के कर्मचारी संभवतया नशे में थे, जिसकी वजह से वे ग्राहकों के साथ इस तरह का व्यवहार कर रहे थे। हिमाचल हाईकोर्ट में कार्यरत निजी सचिव कर्ण सिंह गुलेरिया की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
शिकायत में निजी सचिव ने बताया है कि वह अपनी पत्नी और बच्चे के साथ एचआरटीसी की स्योह-शिमला बस से जा रहा था। बस ब्रह्मपुखर के पास एक ढाबे पर रुकी, जिस पर वह भी परिवार के साथ खाने के लिए ढाबे में गया। ढाबे में किसी भी टेबल पर मैन्यू कार्ड नहीं था, ऐसे में खाने का ऑर्डर देने के लिए काऊंटर पर जाना पड़ा। काऊंटर पर खड़े युवक ने दूसरे काऊंटर पर जाने को कहा। दूसरे काऊंटर पर ऑर्डर देने पर वहां मौजूद युवक ने बदतमीजी से बात करते हुए कुर्सी पर बैठने को कहा। कुछ देर तक खाना न मिलने पर वह बस कंडक्टर के पास गए, जिस पर कंडक्टर ने ढाबे के स्टाफ को सवारियों को खाना देने को कहा। इसके बावजूद किसी भी सवारी के टेबल पर खाना नहीं पहुंचा।
निजी सचिव के अनुसार थोड़ी देर बाद ढाबे का एक कर्मचारी टेबल पर आया और वहां बैठे एक अन्य पैसेंजर के सामने वह खाने को लेकर उसके साथ उलझ गया। इससे पहले कि वह कुछ समझ पाते ढाबे का स्टाफ उन्हें खींचकर अंदर ले गया और उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। उनकी पत्नी बीच-बचाव करने लगी तो उनके साथ भी अभद्र व्यवहार किया। उसके बाद ढाबे के कर्मचारी उन्हें अंदर से घसीटते हुए बाहर ले आए। वहां दोबारा मारपीट करने के साथ जान से मारने की धमकी भी दी गई। वहीं डीएसपी संजय शर्मा ने बताया कि भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।
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