सोलन के व्यापारियों कर लो तैयारी, चुनाव के लिए आदेश हुए जारी

सोलन व्यापार मंडल के चुनाव को लेकर एक धड़ा फिर से सक्रिय हो गया है। सोलन व्यापार मंडल के 2016 को हुए चुनाव की अवधि को लेकर शुरू से ही विवाद रहा है। चुनाव जीत चुके लोगों का कहना है कि ये चुनाव 5 साल के लिए हुए हैं जबकि दूसरा धड़ा इसे 3 वर्ष का बता रहा है।
एसडीएम कार्यालय मे सोलन व्यापार मंडल से रजिस्टर्ड इस सोसाइटी ने अपने बाय-लॉं (Bye- Laws) में अपने चुनावों कि अवधि भी 5 साल ही लिखी है, जिस पर ही विवाद चला हुआ है।
लेकिन एसडीएम ऑफिस ने पत्र जारी कर व्यापार मंडल के पदाधिकारियों को जल्द चुनाव करने को कहा है। पत्र संख्या SDM/SLN/GC/Society/2020/19152 दिनांक 20 अगस्त को जारी इस पत्र में सोसायटी एक्ट के अंडर सेक्शन 15(2) का हवाला देते हुए साफ कहा गया है कि सोसायटी एक्ट में सिर्फ 3 साल के ही चुनाव का प्रावधान है। किसी भी सूरत में 3 वर्ष से ज्यादा के लिए चुनाव मान्य नहीं है। पत्र के मुताबिक व्यापार मंडल की कार्यकारिणी का कार्यकाल 7 मई 2019 को पूरा हो चुका है और ऐसे में उन्हे जल्द ही जनरल हाउस बुलाकर चुनाव कराने को कहा है। साथ ही उन्हे व्यापार मंडल के Bye- Laws में इसे 3 वर्ष करने को कहा है।
1 अगस्त को व्यापार मंडल के कुछ व्यापारी एसडीएम सोलन से मिले और पुरानी कार्यकारिणी को भंग करने की लिखित अपील की। जिस पर संज्ञान लेते हुए एसडीएम सोलन ने नोटिस जारी कर व्यापार मंडल को जल्द ही चुनाव करने को कहा।

गौरतलब है कि 6 मई 2017 को व्यापार मंडल सोलन के चुनाव हुए थे। कई दिन तक चली सदस्यता अभियान के बाद प्रधान, उप-प्रधान, महासचिव व कोषाध्यक्ष के लिए चुनाव हुए थे। जिसमे सभी व्यपारियों ने मतदान किया था और मुकेश गुप्ता को प्रधान, रमेश बंसल को उप प्रधान, मनोज गुप्ता को महासचिव व योगेन्द्र सेठी को कोषाध्यक्ष के रूप मे चुना। चुनाव के बाद से ही सोलन के व्यापार मंडल के दो धडे बन गए। लेकिन कुछ समय से गतिरोध काफी हद तक बड़ गया व गुटबाजी खुलकर सामने आने लगी। लेकिन कुछ समय से अब बहुत से व्यापारी खुलकर कार्यकारिणी का विरोध करने लगे और उसके लिए बाकायदा प्रैस कोन्फ्रेंस भी की गई। जिसमे चुनाव को लेकर ही हमला किया गया व मौजदा समय मे काम कर रहे प्रधान को जल्द चुनाव करने को कहा। लेकिन इसके बाद प्रधान मुकेश गुप्ता ने भी अपने चुनावों का समय 5 साल का बताया और उनकी बात को नजरअंदाज कर दिया।
जिसके बाद ये सभी एसडीएम सोलन से मिले और अपनी आपति दर्ज करवाई। जिसके बाद ये कार्रवाई अमल में लाई गई।
अब देखना ये होगा कि सोलन के ये सबसे दिलचस्प चुनाव कब होंगे या फिर इसे किसी तरह टालने की कोशिश की जाएगी। फिलहाल व्यापारियों के लिए कोरोना काल मे काम हो न हो लेकिन जो समय आजकल वो खाली बैठकर बीता रहे है अब उन्हे टाईम पास करने के लिए मसाला जरूर मिल गया।

