सोलन की सीवरेज व्यवस्था पर बड़ा कदम, उपमुख्यमंत्री को सौंपी गई 188.92 करोड़ की डीपीआर
सोलन शहर की वर्षों पुरानी सीवरेज समस्या को सुलझाने की दिशा में एक अहम पहल करते हुए आज स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री से शिमला में मुलाकात की। इस दौरान शहर के सीवरेज समस्या को लेकर 188.92 करोड़ रुपये की संशोधित डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) सौंपी गई।
गौरतलब है कि सोलन शहर को चार सीवरेज जोनों में विभाजित किया गया था, जहां चार सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP) स्थापित किए जाने थे। पहले चरण में डी-जॉन के तहत शामती, साइंटिस्ट कॉलोनी, मधुबन कॉलोनी, और वार्ड 6, 9, 10, 11 व 15 का आंशिक क्षेत्र शामिल किया गया। वर्ष 2008 में शुरू हुए इस प्रोजेक्ट के पहले चरण में कुल 1100 परिवारों को सीवरेज से जोड़े जाने का लक्ष्य था, लेकिन 2025 तक पहुंचते-पहुंचते मात्र 650 परिवार ही इस योजना से जुड़ पाए हैं। अब तक कुल कार्य का केवल 20 प्रतिशत ही संपन्न हो सका है, जिससे आमजन में नाराज़गी है।
स्वास्थ्य मंत्री कर्नल शांडिल ने उप मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि शहर के विकास और नागरिकों के स्वास्थ्य की दृष्टि से यह परियोजना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने डीपीआर को शीघ्र स्वीकृति देकर कार्य शुरू करने की मांग की। बैठक के दौरान उप मुख्यमंत्री ने परियोजना को गंभीरता से लेते हुए शीघ्र निर्णय का आश्वासन दिया।
इस प्रतिनिधिमंडल में सोलन नगर निगम की मेयर ऊषा शर्मा, पूर्व मेयर पूनम ग्रोवर, पूर्व डिप्टी मेयर राजीव कौड़ा, पार्षद अभय शर्मा, बघाट बैंक के निदेशक किशन ग्रोवर, पूर्व प्रदेश महासचिव विकास कल्टा और पूर्व पार्षद विशाल वर्मा शामिल रहे।
शहरवासियों को अब उम्मीद है कि यह वर्षों से लंबित पड़ी सीवरेज परियोजना शीघ्र गति पकड़ेगी और सोलन को जल और स्वच्छता के मोर्चे पर बड़ी राहत मिलेगी।