सिरमौर में मिला दुर्लभ अत्यंत जहरीला किंग कोबरा, वाइल्ड लाइफ विंग ने किया रेस्क्यू
दुनिया का दुर्लभ व अत्यंत जहरीला किंग कोबरा जिला सिरमौर के कर्नल शेरजंग नेशनल पार्क सिंबलवाड़ा में वाइल्ड लाइफ विंग द्वारा रेस्क्यू किया गया है। तकरीबन 10 फीट लंबा दुनिया का सबसे जहरीले सांपों में शामिल किंग कोबरा की पुष्टि वाइल्ड लाइफ विंग द्वारा की गई है। वहीं, वाइल्ड लाइफ विंग के डीएफओ शाहनवाज भट्ट ने बताया कि प्रदेश की बायोडायवर्सिटी में ऐसा किंग कोबरा पहली मर्तबा दिखा है। यह दुनिया की रेयर स्नेक प्रजाति है। नेशनल पार्क के रेंज ऑफिसर सुरेंद्र कुमार, फोरेस्ट गार्ड विंकेश चौहान, वनरक्षक वीरेंद्र शर्मा ने किंग कोबरा को रेस्क्यू किया है। वन अधिकारियों ने बताया कि नेशनल पार्क के साथ लगते रिहायशी घरों के पास किंग कोबरा स्थानीय लोगों द्वारा देखा गया, जिसकी सूचना वन्य प्राणी विभाग राष्ट्रीय उद्यान के अधिकारियों को दी गई। इसके बाद वन्य प्राणी विभाग की टीम ने किंग कोबरा को सफलतापूर्वक रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ दिया है। वन्य प्राणी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इन दिनों स्नेक का प्रजनन सीजन चला हुआ है।
नर सांप प्रजनन सीजन में मादा की तलाश में अपने हैबिटेट से बाहर निकलते हैं। शायद इसी के चलते किंग कोबरा भी यहां टे्रस हुआ है। हालांकि इससे पूर्व भी कोलर जंगलोट में स्थानीय ग्रामीणों ने इस तरह के कोबरा को देखा है, मगर किंग कोबरा की पहचान न हो पाने के कारण यह दुर्लभ प्रजाति उनकी पहुंच से दूर रही। वाइल्ड लाइफ सिंबलवाड़ा के फोरेस्ट गार्ड विंकेश चौहान ने बताया कि रेस्क्यू किया गया किंग कोबरा का नेचुरल हैबिटेट लगभग आठ किलोमीटर के भीतर होता है। रेस्क्यू किए गए किंग कोबरा को भी ऐसे ही हैबिटेट में छोड़ा गया है, जो हल्की नमी वाला स्थल है। यह किंग कोबरा का पसंदीदा स्थल होता है। एक्सपट्र्स का कहना है कि किंग कोबरा जैसे स्नेक को दूसरे स्थानों से नहीं पकड़ा जा सकता, क्योंकि यह दुर्लभ प्रजाति है। नेचुरल हैबिटेट बदलने पर इनका जीवित रहना नामुमकिन होता है।