संजाैली लाठीचार्ज के विरोध में शिमला व्यापार मंडल ने दिया धरना

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शिमला के संजाैली स्थित मस्जिद में हुए कथित अवैध निर्माण के विरोध में बुधवार को हिंदू संगठनों ने उग्र प्रदर्शन के दाैरान हुए लाठीचार्ज का शिमला व्यापार मंडल ने विरोध किया है।  शिमला व्यापार मंडल के आह्वान पर शहर में आज बाजार 10:00 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक आधे दिन के लिए बंद रखे गए हैं। लाठीचार्ज के विरोध में व्यापार मंडल की ओर से शेरे पंजाब से  डीसी ऑफिस तक रैली निकाली गई। इस दाैरान प्रशासन व सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में शहर के दुकानदार व लोग शामिल हुए। वहीं दुकानें बंद होने से सन्नाटा पसरा रहा। हालांकि लोगों ने रोज की तरह अपना काम निपटाया।

लाठीचार्ज, पानी की बौछारें में 12 लोग हुए घायल
बता दें, शिमला में मस्जिद में हुए कथित अवैध निर्माण के विरोध में बुधवार को हिंदू संगठनों ने उग्र प्रदर्शन किया। प्रशासन के धारा 163 लगाने के बावजूद संजौली में हजारों की भीड़ जुटी और मस्जिद गिराने की मांग को लेकर प्रदर्शनकारी करीब छह घंटे अड़े रहे। गुस्साई भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस को दो बार लाठीचार्ज करना पड़ा। पानी की बौछारें भी कीं। पुलिस लाठीचार्ज, धक्का-मुक्की और पथराव के बीच 6 पुलिस कर्मियों समेत 12 लोग घायल हो गए। दर्जनों लोगों को हल्की चोटें भी आई हैं। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए बैरिकेड लगाए थे, लेकिन गुस्साए लोगों ने बैरिकेड भी तोड़ डाले।इसके बाद जब भीड़ मस्जिद से महज 50 मीटर दूरी पर पहुंची तो दूसरे बैरिकेड तोड़ने की कोशिश करने पर धक्का-मुक्की से माहौल और तनावपूर्ण हो गया। इस बीच पुलिस ने भीड़ पर लाठीचार्ज कर दिया। इस दौरान दमकल वाहनों की मदद से पानी की तेज बौछारों से भी भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश की गई। पुलिस ने सुबह 9:00 बजे शुरू हुए प्रदर्शन से दोपहर बाद 3:30 बजे तक दो बार लाठीचार्ज किया। इसके बावजूद लोगों की भीड़ हटने को तैयार नहीं थी। कई बार प्रदर्शनकारियों के आगे पुलिस बेबस नजर आई।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक