शिमला के रामचंद्र चौक पर भयंकर लैंडस्लाइड, सरकारी आवासों पर गिरे पेड़
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से तबाही का दौर लगातार जारी है। राजधानी शिमला भी इससे अछूती नहीं रही। शहर में जगह-जगह लैंडस्लाइड और पेड़ों के गिरने की घटनाएं सामने आ रही हैं, जिससे जनजीवन प्रभावित हो गया है।
सबसे गंभीर स्थिति रामचंद्र चौक में देखने को मिली, जहां देर रात अचानक बड़ा भूस्खलन हुआ। मलबा और बड़े-बड़े पेड़ सीधे सरकारी भवन की छत पर जा गिरे। हादसे के बाद सड़क पूरी तरह से यातायात के लिए ठप हो गई। गनीमत यह रही कि इस घटना में किसी भी प्रकार का जानी नुकसान नहीं हुआ। हालांकि आसपास के मकानों को खतरा पैदा हो गया, जिसको देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से उन मकानों को खाली करा दिया है।
भूस्खलन की जानकारी मिलते ही नगर निगम शिमला के महापौर सुरेंद्र चौहान मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि शिमला शहर में विकास नगर, कृष्णा नगर, कोमली बैंक और रामचंद्र चौक जैसे इलाकों में लैंडस्लाइड हुआ है, जिससे काफी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रशासन लगातार प्रभावित क्षेत्रों पर नजर बनाए हुए है और राहत कार्य चलाए जा रहे हैं।
महापौर ने यह भी बताया कि रामचंद्र चौक में एक मकान में दरारें आ गई थीं, जिसे समय रहते खाली करवा दिया गया, जिससे बड़ी दुर्घटना टल गई। नगर निगम और प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और ऐसे क्षेत्रों में अनावश्यक रूप से आवाजाही न करें जहां भूस्खलन की संभावना बनी हुई है। लगातार बारिश और लैंडस्लाइड से राजधानी शिमला में न केवल यातायात प्रभावित हो रहा है बल्कि लोगों की सुरक्षा को लेकर भी चिंता बढ़ गई है। प्रशासन ने टीमों को अलर्ट पर रखा है और प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य जारी है।