शिमला के ऑपरेटरों का प्रदर्शन, सरकार बनी मूक दर्शक
हिमाचल की राजधानी में दो टैक्सी ऑपरेटर यूनियन के बीच की लड़ाई सिरमौर बनाम शिमला हो गई है। नेताओं व यूनियन पदाधिकारियों के भड़काऊ भाषण से क्षेत्रवाद की चिंगारी सुलगी है। इसकी आंच अब आम जनता पर पड़ने लगी है। टैक्सी ऑपरेटरों के 10 बजे के बाद काम नहीं करने से लोग परेशान हुए, क्योंकि शिमला में दर्जनों टैक्सियां स्कूली बच्चों को घर व पाठशाला ले जाने का काम करती हैं। इनके काम नहीं करने से टूरिस्ट भी परेशान हुए।

