वोट डालने जाना है, लोकतंत्र के महापर्व को मिलकर हमें मनाना है, के संदेश से जागरूक किए मतदाता

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लोकसभा चुनाव-2024 के दृष्टिगत निर्वाचन विभाग के मिशन-414 के तहत आज सोलन शहर के गंज बाजार में नुक्कड़-नाटक व गीत-संगीत के माध्यम से लोगों को शत-प्रतिशत मतदान के लिए प्रेरित किया गया। ज़िला में सुव्यवस्थित मतदाता शिक्षा एवं निर्वाचक सहभागिता कार्यक्रम (स्वीप) के अंतर्गत अनेक पहल की गई हैं जिनमें यह अभियान भी शामिल है।
राजकीय कन्या एवं छात्र वरिष्ठ माध्यमिक पाठशालाओं के छात्र-छात्राओं ने इस जागरूकता अभियान में अपनी बेहतरीन प्रस्तुतियां दीं। कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सोलन की छात्राओं ने ‘वोट डालने जाना है, लोकतंत्र के महापर्व को मिलकर हमें मनाना है’ गीत के माध्यम से सभी को मतदान अवश्य करने के लिए जागरूक एवं प्रेरित किया। इसके अतिरिक्त मतदान के महत्व को रेखांकित करते एक नुक्कड़-नाटक का भी मंचन किया गया।
इस अवसर पर उप निदेशक उच्च शिक्षा डॉ. जगदीश चंद नेगी ने बताया कि कम मतदान प्रतिशतता वाले मतदान केन्द्रों में विशेष तौर पर यह जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। शहरी क्षेत्रों में कई बार मतदाता अवकाश होने पर भी मतदान के लिए नहीं निकलता है। शहरी मतदाताओं की इस उदासीनता से पार पाने एवं सभी मतदाताओं को वोट डालने के लिए प्रेरित करना ही इस अभियान का उद्देश्य है। उन्होंने सभी मतदाताओं विशेष तौर पर पहली बार वोट करने वाले तथा युवा मतदाताओं से आह्वान किया कि वे अपने मताधिकार का प्रयोग अवश्य करें और एक जून को सबसे पहले मतदान कर लोकतंत्र के इस महापर्व में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें।
कार्यक्रम के दौरान एक सेल्फी स्टैंड तथा वॉल ऑफ डेमोक्रेसी भी स्थापित की गई थी। इस पर लोगों से हस्ताक्षर करवाकर व फोटो खिंचवाकर अधिक से अधिक मतदान करने का संदेश दिया गया।
कार्यक्रम में स्वीप नोडल अधिकारी राजेश ठाकुर व हेमेन्द्र दत्त शर्मा सहित सम्बन्धित पाठशालाओं का स्टॉफ व निर्वाचन विभाग के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक