राष्ट्रपति भवन में छाई सिरमौरी हाटी की नाटी

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अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त लोक कलाकार व वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्टर जोगेंद्र डाब्बी ने प्रैस को जारी बयान में बताया कि राष्ट्रपति भवन दिल्ली में महामहिम राज्यपालों का सम्मेलन हुआ जिसमें भारतवर्ष के सभी राज्यों के राज्यपाल पधारे हुए थे। इस राष्ट्रीय स्तरीय सम्मेलन में देश के अनेकों राज्यों के शीर्ष सांस्कृतिक दलों को संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार द्वारा क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्रों के सहयोग से सांस्कृतिक प्रदर्शन के लिए आमंत्रित किया गया। हिमाचल प्रदेश के चुडेश्वर लोक नृत्य सांस्कृतिक मण्डल के कलाकारों ने इस सम्मेलन में सिरमौरी नाटी की प्रस्तुति दी।
इस सांस्कृतिक प्रदर्शन के लिए लगभग चार सौ लोक कलाकारों की एक कोरियोग्राफ प्रस्तुति तैयार करवाई गई। सुप्रसिद्ध कोरियोग्राफर एवं उत्तर पूर्व क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्र के निदेशक डॉ प्रसन्ना गोगोई द्वारा तैयार करवाई गई भारतवर्ष की विशुद्ध लोक संस्कृति को प्रदर्शित करने वाली प्रस्तुति 2 अगस्त की रात्रि राष्ट्रपति भवन के सांस्कृतिक केंद्र के सभागार में प्रदर्शित की गई।
सांस्कृतिक प्रदर्शन में हिमाचल प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर रहे चूड़ेश्वर मण्डल जालग, पझौता के कलाकारों ने उस्ताद बिस्मिल्लाह खान युवा पुरस्कार से सम्मानित कलाकार गोपाल हाब्बी के नेतृत्व में सिरमौरी नाटी का प्रदर्शन किया जिसमें लोककलाकारों ने रिहाल्टी गी नृत्य मुंजरा नाटी तथा रासा नृत्य की शानदार प्रस्तुति देकर उपस्थित सभी महामहिमों की खूब तालियां बटोरी।
इस कार्यक्रम में महामहिम राष्ट्रपति श्रीमति द्रौपदी मुर्म के अलावा उप राष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ तथा सभी राज्यों के राज्यपालों ने सभागार में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आनन्द लिया। कार्यकम् का शुभारम्भ हिमाचल के सुषिर लोकवाद्य करनाल वादन से किया गया जिसके साथ अन्य राज्यों के लोकवादकों ने भी अपने-अपने लोकवाद्यों पर मंगलध्वनि आरम्भ की तथा इसी के साथ ही सभी राज्यों की संस्कृति से अतिथिगण रू-ब-रू हुए।
चुडेश्वर सांस्कृतिक मंडल के कलाकारों में सुप्रसिद्ध लोकगायक रामलाल वर्मा बांसुरी वादक देवी राम करनाल वादक रविदत ढोलक वादक संदीप के अलावा लोकनर्तक गोपाल चमन अनु किरण आरती रक्षा संतराम व मनमोहन आदि कलाकार शामिल थे। सभी कलाकारों ने राष्ट्रपति भवन में इस अति महत्वपूर्ण कार्यकम में सिरमौरी नाटी को प्रस्तुत कर बेहद प्रसन्नता जाहिर की।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक