मेरे पक्ष में ना लगाएं शेर आया के नारे, क्यों बोली ये बात विक्रमादित्य ने

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विक्रमादित्य सिंह ने देखो देखो कौन आया शेर आया शेर आया नारे को अपने लिए लगाने से मना किया है। उन्होंने अपील की ये नारा स्वर्गीय वीरभद्र सिंह की अंतिम यात्रा के लिए लगाया गया था व उन्हें ही शोभा देता था। अपनी फेसबुक पेज पर उन्होंने पोस्ट डालकर लोगों से इस नारे को न लगाने को कहा है।

अपनी बेबाकी के लिए जाने वाले विक्रमादित्य सिंह की ये पोस्ट लोगों को बहुत पसंद आ रही है। इससे पहले वो अपने आपको राजा नाम से न पुकारने की भी गुजारिश लोगों से कर चूके है।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक