मंडी व ऑस्ट्रेलिया के ग्रेटर बेंडिगो को सिस्टर सिटी बनाने का सपना, घर पहुंचे डिप्टी मेयर

Spread the love

ऑस्ट्रेलिया के ग्रेटर बेंडिगो में डिप्टी मेयर चुने गए 41 वर्षीय अभिषेक अवस्थी पहली बार अपने पैतृक शहर पहुंचे। नगर निगम मंडी ने अभिषेक अवस्थी को उपलब्धि के लिए शॉल, टोपी और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर अभिषेक ने मंडी और ऑस्ट्रेलिया को सिस्टर सिटी के रूप में जोड़ने की पहल पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि यह प्रयास शहरों के बीच संस्कृति, सभ्यता और विकास कार्यों के आदान-प्रदान का मार्ग प्रशस्त कर सकता है। इसके लिए सरकार की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। अभिषेक अवस्थी ने कहा, “यदि मंडी और ऑस्ट्रेलिया के ग्रेटर बेंडिगो के बीच सिस्टर सिटी का संबंध स्थापित होता है, तो यहां के प्रतिनिधि और लोग ऑस्ट्रेलिया जा सकेंगे और वहां के लोग मंडी आकर अनुभव साझा करेंगे। इससे विकास की नई संभावनाएं पैदा होंगी। शहर एक-दूसरे से बहुत कुछ सीख सकेंगे। उन्होंने आगे बताया कि पिछले 14 वर्षों से वे ऑस्ट्रेलिया में रह रहे हैं और वहां की संस्कृति में उन्हें मंडी की सभ्यता और रीति-रिवाजों से कई समानताएं देखने को मिली हैं।

नगर निगम के मेयर वीरेंद्र भट्ट ने अभिषेक अवस्थी को उनकी उपलब्धि के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, यह मंडी के लिए गर्व की बात है कि यहां का होनहार बेटा विदेशी धरती पर सफलता के झंडे गाड़ रहा है। अभिषेक अवस्थी ने ऑस्ट्रेलिया में जन सहभागिता पर आधारित विकास कार्यों की जानकारी दी है, और हमें भी इसी तरह की भागीदारी की जरूरत है। यदि सिस्टर सिटी के संबंध को मूर्त रूप दिया जाता है, तो यह मंडी के विकास के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा।

     इस अवसर पर अभिषेक अवस्थी के पिता सुरेंद्र पाल शर्मा और माता चंपा शर्मा भी उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि यह उनके लिए गर्व का क्षण है कि बेटा विदेश में भारत का नाम रोशन कर रहा है। उन्होंने अपने बेटे की कामयाबी पर खुशी जताते हुए उसे और ऊंचाइयों पर देखने की कामना की।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक