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भारत एक फलता-फूलता, विकसित होता, मजबूत राष्ट्र बनकर दुनिया के सामने खड़ा : कश्यप

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शिमला, भाजपा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप ने जुब्बल कोटखाई, छेला एवं ठियोग में सरदार बल्ल्भभाई पटेल 150वीं जयंती पर पद यात्रा में भाग लिया।
सुरेश कश्यप ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भारत एक फलता-फूलता, विकसित होता, मजबूत राष्ट्र बनकर दुनिया के सामने खड़ा है। इतिहास की ओर मुड़कर देखें तो आजादी के बाद 550 से ज्यादा रियासतों को एकजुट कर वर्तमान भारत का निर्माण सरदार साहब की दृढ़ इच्छाशक्ति और त्वरित निर्णय से संभव हुआ। उनके प्रयासों से ही लक्षद्वीप, जूनागढ़, हैदराबाद और अन्य सभी रियासतों का भारत में विलय हुआ। आज जब भारत दुनिया के सामने मजबूती के साथ सर्वप्रथम बनने के रास्ते पर खड़ा है, इसकी नींव डालने का काम सरदार पटेल ने किया था। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल सरदार पटेल को 1950 में उनके निधन के 41 वर्ष बाद – 1991 में देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।

2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए एकजुट

सुरेश कश्यप ने कहा कि देश के लोग अब एकजुट हैं और उन्होंने 2047 तक भारत को पूर्ण विकसित राष्ट्र बनाने के प्रधानमंत्री के सपने को पूरा करने के लिए खुद को समर्पित कर दिया है। उन्होंने कहा, वर्ष 2047 तक भारत सभी मापदंडों पर दुनिया का अग्रणी देश होगा। पीएम मोदी ने हर क्षेत्र में सरदार साहब के दृष्टिकोण, विचार व संदेश को मूर्त रूप देने का काम किया।

काश्यप ने कहा कि भारत आज अपने विकास की एक ऐतिहासिक घड़ी में खड़ा है, जब उसकी 65% आबादी 35 वर्ष से कम उम्र की है और 2047 तक विकसित भारत का सपना सामने है। इस महत्वपूर्ण दौर में, मेरा युवा भारत (MY Bharat) भारत सरकार की एक ऐतिहासिक पहल बनकर उभरा है- एक राष्ट्रीय प्लेटफॉर्म जो युवाओं को सशक्त बनाकर उनकी ऊर्जा को राष्ट्र निर्माण के कार्यों में बदलने के लिए समर्पित है। 31 अक्टूबर 2023 को सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर राष्ट्रीय एकता दिवस के उपलक्ष्य में लॉन्च हुआ माई भारत तकनीक, सुशासन और जनभागीदारी का एक सशक्त संगम है। यह युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त निकाय के रूप में काम करता है, जो तकनीक आधारित व्यवस्था के ज़रिए युवाओं को सेवा कार्य, अनुभव आधारित सीखने, नेतृत्व और कौशल विकास के अवसरों से जोड़ता है।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक