भाजपा को ईंट का जवाब पत्थर से देंगे :आर्थिक साजिशों पर उद्योग मंत्री का बड़ा बयान
हिमाचल सरकार ने विपक्ष और केंद्र सरकार पर राज्य को आर्थिक रूप से कमजोर करने की साजिश का आरोप लगाते हुए तीखा हमला बोला है। उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने नाहन स्थित डीसी सभागार में आयोजित एक प्रेस वार्ता में कहा कि “तमाम हथकंडे विफल होने के बाद अब भाजपा हिमाचल को आर्थिक रूप से कमजोर करने की कोशिश कर रही है। केंद्र सरकार राज्य की परियोजनाओं की मंजूरी रोक रही है और वित्तीय सहायता भी रोकने का प्रयास कर रही है।”मंत्री ने कहा कि हिमाचल सरकार हर साजिश का डटकर मुकाबला करेगी और “ईंट का जवाब पत्थर से देने को तैयार है।” उन्होंने 2022 के विधानसभा चुनावों का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय कांग्रेस को 40 सीटें मिली थीं और आज भी वह बहुमत के साथ मजबूती से काम कर रही है। मंत्री ने बताया कि हिमाचल की कांग्रेस सरकार 11 दिसंबर को अपने दो साल पूरे होने का जश्न बिलासपुर में मनाएगी। इस भव्य आयोजन में 30,000 से अधिक लोगों के शामिल होने की उम्मीद है।
“ऑपरेशन लोटस” और क्षेत्रवाद की राजनीति पर निशाना….
हर्षवर्धन चौहान ने भाजपा के “ऑपरेशन लोटस” (Operation Lotus) को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि, “जब भाजपा का ऑपरेशन लोटस विफल हो गया, तो अब नई चाल के तहत हिमाचल को आर्थिक रूप से कमजोर करने की साजिश (conspiracy) रची जा रही है। लेकिन हिमाचल सरकार इसे बर्दाश्त नहीं करेगी।” उन्होंने क्षेत्रवाद की राजनीति पर निशाना साधते हुए कहा कि, “संतरे और सेब के न्यूनतम मूल्य को लेकर राजनीति करने वाले यह समझ लें कि भाजपा ने अपने कार्यकाल में बागवानों को 150 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं किया था, जबकि हमारी सरकार ने इसमें से 90 करोड़ रुपये सीधे बागवानों के खाते में पहुंचाए। साथ ही, संतरे, किन्नू और माल्टा के लिए भी न्यूनतम समर्थन मूल्य तय किया गया है।”