बेंगलुरु में आरसीबी के जश्न में मची भगदड़ में 11 लोगों की मौ…त, कई घायल
बेंगलुरु में आरसीबी के जश्न में शामिल होने के लिए मची भगदड़ में 11 लोगों की जान चली गई. इसी बीच एक पिता ने बताया कि उन्होंने इस भगदड़ में अपने इकलौते बेटे को खो दिया है. पिता ने प्रशासन से अपील की के उनके बेटे की बॉडी को बिना पोस्टमार्टम के उन्हें वापस कर दिया जाए. बेटे की बॉडी को टुकड़ों में न काटा जाए.बेंगलुरु का चिन्नास्वामी स्टेडियम इस समय सुर्खियों में बना हुआ है, इसकी वजह सिर्फ IPL में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) की जीत नहीं है, बल्कि वो दर्द भरी तस्वीर है जो सभी के सामने आई है. बुधवार को जब 18 साल बाद आरसीबी ने आईपीएल का खिताब हासिल किया तो इसी के सम्मान में स्टेडियम में जश्न मनाया जा रहा था, लेकिन इस बीच वहां पर भगदड़ मच गई और 11 लोगों की मौत हो गई, वहीं कई घायल हो गए हैं.इस भगदड़ में एक शख्स ने अपने बेटे को खो दिया. उनके आंसू और दर्द बयान कर रहे हैं कि उनकी जिंदगी में यह दर्द कितना बड़ा है. आंसुओं के साथ वो अपने बेटे की बॉडी बिना पोस्टमार्टम किए मांग कर रहे हैं.
पिता ने बयान किया दर्द
पिता ने कहा, उसकी बॉडी का पोस्टमार्टम मत करो, मुझे उसकी बॉडी दे दो, उसकी बॉडी को टुकड़ों में मत काटना. अपने एक इकलौते बेटे को खो चुके पिता ने आंसुओं के साथ कहा, मेरा एक ही बेटा था और आज मैंने उसे भी खो दिया. वो यहां मुझे बिना बताए आया था. अब सीएम और डिप्टी सीएम यहां आएंगे , दौरा करेंगे लेकिन मेरे बेटे को कोई वापस नहीं ला सकता है.
अफवाह से मची भगदड़
इंडियन प्रीमियर लीग में 18 साल बाद आरसीबी (रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु) की पहली जीत का जश्न मनाने के लिए भारी भीड़ उमड़ी थी, क्रेजी क्रिकेट फैंस अपनी टीम के जीत के जश्न में शामिल होने के लिए जुट गए. इसी बीच फ्री टिकट की अफवाह फैल गई और यह एक अफवाह बड़े हादसे की वजह बनी.
अंदर जश्न चलता रहा और बाहर हालात बद से बदतर हो गए. बड़ी तादाद में लोग इकट्ठा हो गऐ और भीड़ को काबू करना मुश्किल हो गया. भीड़ में से कुछ लोग अंदर जाने की कोशिश करने लगे और चीजें खराब होती चली गई.