निर्माण एवं उन्नयन योजना के अंतर्गत जिमीकंद, रेशम पालन, मछली उत्पादन को दिया जाएगा प्रोत्साहन
बिलासपुर: किसान-उत्पादक संगठनों का निर्माण एवं उन्नयन योजना के अंतर्गत बिलासपुर जिला के प्रत्येक खण्ड में दो समूह स्थापित किए जाएंगे, यह जानकारी उपायुक्त एवं अध्यक्ष जिला स्तरीय निगरानी समिति राजेश्वर गोयल ने बैठक में योजना के क्रियान्वयन के लिए गठित समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उन्होंने बताया कि इस योजना के अंतर्गत जिला में जिमीकंद, रेशम पालन, मछली उत्पादन को प्रोत्साहन दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि किसान के उत्पादों को विशेष पहचान दिलाने एवं इनके विपणन की समुचित व्यवस्था करने के उद्देश्य से केन्द्र सरकार की ओर से किसान उत्पादक संगठनों का निर्माण एवं उन्नयन योजना तैयार की गई है। इस योजना के अंतर्गत पूरे देश में खण्ड स्तर पर 10 हजार किसान उत्पादक संगठन बनाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि यह संगठन प्रत्येक जिला में वहां की विशेष पहचान की सम्भावना वाली फसलों का उत्पादन करेंगे।
उन्होंने बताया कि इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक जिला में खण्ड स्तर पर दो किसान उत्पादक संगठन बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है तथा इसके लिए प्रत्येक खण्ड में वहां पर पैदा होने वाली फसलों का आंकलन कर इन फसलों को विशेष तौर पर प्रोत्साहित करने के लिए कलस्टर बनाए जाएंगे तथा किसान उत्पादक संगठन से जुड़े किसानों को इन फसलों की खेती से जोड़ा जाएगा और इनके विपणन की भी समुचित व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने बताया कि इन समूहों को निर्धारित अवधि के लिए विभिन्न मदों में केन्द्र सरकार की ओर से अनुदान व अन्य सहायता प्रदान की जाएगी।
उन्होंने बताया कि पारम्परिक फसलों जैसे गेंहू, मक्की इत्यादि को योजना में शामिल नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिला में नाबार्ड को इसके लिए क्रियान्वयन एजेंसी बनाया गया है। उन्होंने बताया कि बिलासपुर में प्रारम्भिक तौर पर चिन्हित कलस्टर में जिमीकंद, रेशम पालन और मछली उत्पादन को इस योजना के अंतर्गत लाया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिला में जिमीकंद की अच्छी पैदावार होती है और गोबिन्द सागर जलाशय होने के कारण मत्स्य उत्पादन भी अधिक होता है।
उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों से आग्रह किया कि इस योजना बारे अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करें और उन्हें किसान उत्पादक संगठन का सदस्य बनने के लिए प्रेरित करें। इस अवसर पर नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक सतपाल चैधरी ने योजना के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर जिला अग्रणी बैंक ए.के. गुप्ता, निदेशक राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम शिमला राकेश शर्मा, उप-निदेशक कृषि कुलदीप पटियाल के अतिरिक्त सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।