नादौन प्रवास में बच्चों के साथ नजर आया मुख्यमंत्री का विशेष लगाव….

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‘सुक्खू सर’ से मिलने दूर गांव से पहुंचे बच्चे….कार्य करने की अपनी विशिष्ट शैली से मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू सभी वर्गों को प्रभावित कर रहे हैं, विशेष रूप से बच्चों के बीच वह ‘सुक्खू सर’ के नाम से लोकप्रिय हो रहे हैं। अपने गृह विधानसभा क्षेत्र के प्रवास पर नादौन पहुंचे मुख्यमंत्री से हर वर्ग के लोग मिलने आ रहे हैं, और इनमें काफी संख्या में बच्चे भी शामिल हैं जो उन्हें ‘सुक्खू सर’ के नाम से पुकारते हैं। सेरा विश्राम गृह में जनसमस्याएं सुनने के दौरान नादौन विधानसभा क्षेत्र के जंगली गांव की बच्चियां कृतिका, ईशू, आरुषि, रिया और रिद्धिमा मुख्यमंत्री से मिलने पहुंची, फोटो खिंचवाई और उनसे बातचीत की।

मुख्यमंत्री के साथ भेंट कर सभी बच्चियां उत्साहित नजर आई। उन्होंने बताया कि ‘सुक्खू सर’ ने सबसे पहले उनका परिचय प्राप्त किया और मिठाई खिलाई। उन्हें अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करते हुए विविध क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित भी किया। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री विशेष तौर पर शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर फैसले ले रहे हैं और इसी से प्रभावित होकर वे यहां उनसे मिलने पहुंची हैं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि गरीब बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए राज्य सरकार ने एक प्रतिशत ब्याज पर शैक्षणिक ऋण उपलब्ध करवाने का निर्णय लिया है, ताकि कोई भी बच्चा संसाधनों के अभाव में उच्च व व्यवसायिक शिक्षा से वंचित न रहे। मुख्यमंत्री ने उनसे यह भी कहा कि राज्य सरकार शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक बदलाव ला रही है और बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध करवाने के लिए राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल खोलने जा रही है। जल्द ही शिक्षा में किए जा रहे सुधारों के सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे।
इससे पूर्व भी कई बार मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू का बच्चों के साथ विशेष लगाव देखने को मिला है और बच्चे उनसे प्रभावित दिखे हैं।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक