लॉकडाउन की अवधि बढ़ने के साथ ही अब दूसरे राज्यों में फंसे लोग वापस हिमाचल नहीं आ पाएंगे। डीजीपी एस आर मरडी ने कहा कि जो जहां है, वहीं पर रहे। 20 अप्रैल तक प्रदेश में लॉकडाउन का कठोरता से पालन होगा। उन्होनें कहा- लॉकडाउन देश का कानून है और राज्य सरकार भी इसका पालन करने के लिए बाध्य है। इस कानून की पालना करवाने की जिम्मेवारी जिलों के उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों की है। उन्हें इसके लिए व्यक्तिगत तौर पर जिम्मेवार ठहराया गया है। पुलिस प्रमुख ने कहा कि 3 मई तक अगर कोई व्यक्ति बाहर से हिमाचल आने की कोशिश करेगा भी तो उसे सीमा पर ही रखेंगे। उसे वहीं पर क्वारंटाइन पर रखा जाएगा। असुविधा से बचने के लिए बेहतर है कोई वापस आने का प्रयास न करें।
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