हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले जरूरतमंद बच्चों को एक क्लिक से स्मार्ट फोन देने की योजना शुरू हो गई है। शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने सचिवालय से स्मार्ट फोन डोनेट करने की वेबसाइट का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और बॉलीवुड अभिनेत्री यामी गौतम वर्चुअल तौर पर जुड़े। योजना शुरू होने से पहले ही उद्योगपतियों और बैंकर्स ने शिक्षा विभाग को 1150 स्मार्ट फोन दे दिए हैं। कोरोना संकट के चलते प्रदेश में मार्च 2020 से बंद चल रहे स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई करवाई जा रही है।
कमजोर वर्ग के कई विद्यार्थियों की स्मार्ट फोन न होने के चलते पढ़ाई प्रभावित हो रही है। इसको देखते हुए समग्र शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना कार्यालय ने समाज की सहभागिता से ऐसे विद्यार्थियों के लिए स्मार्ट फोन एकत्र करने को योजना शुरू की है। योजना को डिजिटल साथी-बच्चों का सहारा, फोन हमारा अभियान का नाम दिया गया है।
इस अभियान के तहत कोई भी व्यक्ति, संस्था, उद्योगपति hpdigitalsaathi.in वेबसाइट पर जाकर बच्चों के लिए स्मार्ट मोबाइल फोन डोनेट कर सकता है। संबंधित व्यक्ति या संस्था की ओर से दिए गए स्मार्ट फोन को वेबसाइट के माध्यम से ट्रैक भी किया जा सकता है। कार्यक्रम में अभिनेत्री यामी गौतम की फोन डोनेट करने के लिए अपील भी जारी की गई। मुख्यमंत्री जिला मंडी के सिराज से वर्चुअल माध्यम से जुड़ते हुए कहा कि कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन के दौरान नई तकनीक बच्चों के लिए वरदान साबित हुई है। छात्रों की सुविधा के लिए हर घर पाठशाला कार्यक्रम शुरू किया गया है।
इस कार्यक्रम के तहत 80 फीसदी विद्यार्थियों को कवर किया गया है। सरकार का प्रयास है कि कार्यक्रम में शत प्रतिशत विद्यार्थियों को सम्मिलित किया जाए। समग्र शिक्षा के राज्य परियोजना निदेशक वीरेंद्र शर्मा ने कार्यक्रम का संचालन किया। निदेशक प्रारंभिक शिक्षा पंकज ललित ने गणमान्य लोगों का आभार व्यक्त किया। इस दौरान फोन देने वाले बैंकर्स और उद्योगपतियों को सम्मानित भी किया गया।
20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक