लॉन में जमीन के नीचे बना रखा था 72 फुट चौड़ा कई कमरों वाला बंकर
अपनी जांच और रिसर्च के लिए माने जाने वाले सीएफएसएल के साइंटिस्ट भी को उस समय हैरत में पड़ गए, जब उन्होंने अपने दफ्तर के बाहर लॉन में ही अंडरग्राउंड बंकर देखे।
बंकर भी कोई छोटा नहीं,बल्कि एक कनाल के पूरे मकान जितना। जोकि 72 फीट चौड़ा और 140 फीट लंबा था। इसमें कमरे के हिसाब से सात से आठ कमरे भी थे। इस बंकर को देखकर लग रहा था कि कई लोग चुपचाप कई सालों से यहां रह रहे थे।
इसकी जानकारी अब तक किसी को क्यों नहीं चली। इन संदिग्ध लोगों ने गटर की पाइपलाइन काटकर अंदर खुदाई करके जमीन से करीब 32 फीट नीचे कई गटरों को आपस में मिलाया हुआ था ।
यहां मिट्टी और ईंटों तक के कमरे बनाए हुए थे। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब पब्लिक हेल्थ के कर्मियों ने जेसीबी से खुदाई शुरू की।
यहां रहने वाले संदिग्ध आरोपी तो फरार हो गए, लेकिन उनका सामान जब्त कर लिया गया।
आरोपियों ने अंदर आने-जाने का रास्ता सेक्टर 36 की एन चौक से निकाल रखा था। जब तक खुदाई करने वालों को पता चला कि अंदर बंकर बनाकर रहने वाले करीब 3/4 लोग हैं, इससे पहले कि उन्हें गिरफ्तार किया जाता वे एन चौक की चार फीट की पाइप के रास्ते से फरार हो गए।
मामले की गंभीरता के चलते मौके पर पुलिस को बुलाया गया। पुलिस ने इस मामले में डीडीआर दर्ज कर सारा सामान जब्त कर लिया है। अब जांच होगी कि आखिर जमीन के नीचे कौन लोग रह रहे थे,उनका मकसद क्या था? उधर, पुलिस को जमीन के नीचे रहने वाले संदिग्धों पर चोरी की वारदातों को अंजाम देने का शक है, लेकिन अभी स्पष्ट कुछ भी नहीं ।
जमीन के अंदर से आवाजें सुनीं, तो हुआ खुलासा…
दरअसल, स्ट्राॅम वाटर के साथ सीवरेज वाॅटर की लीकेज की शिकायत काफी दिनों से आ रही थी। पब्लिक हेल्थ ने इस पर सभी पाइप लाइनों की सफाई और खुदाई का सोचा। इसके बाद टेंडर अलॉट किया गया।
वीरवार सुबह जब सीएफएसएल के पार्क में खुदाई हो रही थी तो खुदाई करने वालों को यहां जमीन के अंदर से कुछ लोगों की आपस में बातचीत की आवाजे सुनाई दी।
इसके बाद उन्होंने पहले अपना काम रोक लिया फिर पाइप के जरिए अंदर जाने की कोशिश की,तो वर्कर डर गए। फिर पुलिस बुलाई गई। तब तक आरोपी भाग निकले।
इसके बाद ही पब्लिक हेल्थ के वर्कर अंदर घुस पाए। एक्सईएन विजय प्रेमी डिवीजन नंबर-4 ने बताया कि मेरे लिए भी सारा मामला हैरानी वाला है।
कल्पना भी नहीं की जा सकती कि कैसे जमीन के इतने नीचे पाइपों को काटकर सुरंगनुमा बंकर बनाकर आराम से कुछ लोग रह रहे थे। मामला पुलिस के संज्ञान में लाया गया है। अब पूरी पाइप की सफाई करके इस बंकर को खत्म कर दिया जाएगा।
बंकर देख हर कोई हैरान
बंकर को देखकर हर काेई हैरान हो सकता है कि जमीन के नीचे ये कौन से लोग रहते थे। इनका मकसद क्या था। आज तक इन्हें क्यों नहीं देखा गया। इतनी सुरक्षा के दायरे के बीच ये लोग अपना आशियाना बेधड़क कैसे बना पाए। इतना सामान कैसे अंदर ले गए अौर कैसे बंकर बनाया।
क्या-क्या निकला…
बंकर में महिलाओं के सजने संवरे का सामान, मोबाइल फोन, चाकू, हथाैड़ा, पेचकस, एंटीना सिग्नल पकड़ने वाला, आर्टिफिशियल गहने, बर्तन, चूल्हा, छर्रे वाली गन, नए कपड़े, खाने का सामान, आटा, घी, सरसों का तेल, बादाम, कंबल, रजाई, फोल्डिंग बेड, सांप आदि को भगाने वाली दवा, बोर्नवीटा, दूध के पैकेट, आलू, शराब की बोतलें, मिनरल वाॅटर की बोतलें, बिस्किट के पैकेट, टेबल, कुर्सी, किताबें और सीएफएसएल का चॉबी डिपाॅजिट रजिस्टर व एक एजेंसी की स्टैंप तक बरामद हुई है, जो सही नहीं है।
कहीं कोई चूक तो नहीं…
सीएफएसएल के ठीक गेट के सामने नीचे इस तरह के सुरंगनुमा बंकर मिलना चिंता की बात है। खुद सीएफएसएल के साइंटिस्ट इस बात को मान रहे थे कि ऐसे तो कोई भी नीचे से खुदाई कर उनकी बिल्डिंग तक पहुंच सकता है। इसके अलावा सीएफएसएल कर्मियों ने माैके पर पुलिस को कहा कि इस मामले की गंभीरता से जांच होनी चाहिए ताकि सच्चाई का पता चल सके। बंकर में नीचे सीएफएसएल के डॉक्यूमेंट्स और रजिस्टर आदि भी बरामद हुए हैं।
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