घंडूरी गांव में सुरक्षित मिली चूड़धार से लापता उत्तराखंड की महिला

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चूड़धार (फाइल फोटो)

चूड़धार के जंगल में लापता उत्तराखंड की महिला जानकी देवी (58) घंडूरी गांव में सुरक्षित मिल गई हैं। शुक्रवार को परिवार के साथ चूड़धार से लौट रही महिला कालाबाग नामक स्थान पर परिवार से बिछड़ गई थी। पुलिस ने सर्च अभियान चलाया, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। जंगल में काफी देर तक भटकने के बाद महिला शनिवार देर शाम को नौहराधार के साथ लगते घंडूरी गांव में पहुंची। जानकी देवी ने किसी ग्रामीण के फोन से बेटे को सूचना दी कि वह रास्ता भटक गई हैं।

इस समय घंडूरी गांव में हैं। वहीं, परिजन भी बीते दो दिन से महिला की तलाश कर रहे थे। जानकी देवी का फोन आने के बाद परिजन गाड़ी लेकर घंडूरी गांव पहुंचे। जानकी देवी पत्नी केसर सिंह निवासी कालसी, चकराता (उत्तराखंड) 12 मई को परिवार के साथ चूड़धार यात्रा पर निकली थीं। महिला के साथ पति, बेटा और परिवार के अन्य सदस्य मौजूद थे। शुक्रवार को परिवार यात्रा से लौट रहा था तो कालाबाग के समीप वह परिजनों से बिछड़ गई थीं। परिवार के अन्य लोगों को इसका पता नहीं चला था। थोड़ा आगे जाकर जब परिवार वालों ने देखा कि जानकी देवी पीछे रह गई हैं तो उन्होंने जानकी को काफी ढूंढने की कोशिश की।

जब कोई सुराग नहीं मिला तो परिजनों ने शुक्रवार को पुलिस थाना चौपाल में महिला के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज करवाई। इसके बाद पुलिस महिला की तलाश में जुट गई। एसडीएम चौपाल चेत सिंह ने बताया कि लापता महिला शनिवार को सकुशल मिल चुकी है। जानकी देवी ने खुद परिजनों को सूचित किया कि वह गलती से घंडूरी गांव पहुंची हैं। एसडीएम ने यात्रियों से अपील की है कि रात के समय यात्रा न करें। न ही अकेले रास्ता बदलें। समूहों में ही यात्रा करें। 

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक