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गुरुकुल इंटरनेशनल स्कूल, में विज्ञान विषय पर शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन

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सीबीएसई सीओई पंचकूला के सौजन्य से गुरुकुल इंटरनेशनल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सोलन में विज्ञान (माध्यमिक) विषय पर दो दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला का सफल आयोजन

सीबीएसई सीओई पंचकूला के सौजन्य से गुरुकुल इंटरनेशनल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सोलन में 17 एवं 18 जून 2025 को “विज्ञान (माध्यमिक) – डोमेन 2” विषय पर आधारित दो दिवसीय शिक्षक क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन उत्साहपूर्वक सम्पन्न हुआ। इस कार्यशाला का उद्देश्य माध्यमिक स्तर के विज्ञान शिक्षकों को नवीन शिक्षण विधाओं, मूल्यांकन तकनीकों एवं राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप शिक्षण कौशल से सुसज्जित करना रहा।

कार्यशाला का संचालन दो विशिष्ट संसाधन व्यक्तियों – श्रीमती नीतू झट्टा, विशवुड कॉटेज स्कूल, एवं सुश्री श्रुति डाढवाल, ओकरीज इंटरनेशनल स्कूल, मोहाली – द्वारा किया गया।
प्रथम दिवस (17 जून) को आयोजित सत्रों में शिक्षकों को ब्लूम टैक्सोनॉमी पर आधारित पाठ्य योजना निर्माण, अनुभवात्मक अधिगम पद्धति, विज्ञान को व्यावहारिक रूप में प्रस्तुत करने की तकनीकें, तथा प्रयोगशाला शिक्षण की सजीव विधियों से अवगत कराया गया।

द्वितीय दिवस (18 जून) में शिक्षकों ने गतिविधि-आधारित शिक्षण विधियों, केस स्टडी, ग्रुप वर्क, और प्रस्तुतियों के माध्यम से गहन अभ्यास किया। सत्रों में प्रतिभागी शिक्षकों ने नवाचार आधारित शिक्षण की दिशा में विभिन्न विचार साझा किए और रिफ्लेक्टिव प्रैक्टिस के माध्यम से अपनी कक्षा शिक्षण को और अधिक प्रभावी बनाने के उपाय सीखे।

कार्यशाला का सम्पूर्ण वातावरण प्रेरणादायक, संवादात्मक एवं नवाचार से परिपूर्ण रहा, जिससे प्रतिभागी शिक्षकों को अपने शिक्षण में सृजनात्मकता और नवीनता लाने की दिशा में सकारात्मक प्रेरणा मिली।

 

समापन समारोह में गुरुकुल इंटरनेशनल की प्रधानाचार्या डॉ. लखविंदर कौर अरोड़ा ने दोनों विशेषज्ञों एवं सीबीएसई सीओई पंचकूला का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह कार्यशाला शिक्षकों के व्यावसायिक विकास की दिशा में एक दूरदर्शी और ज्ञानवर्धक पहल रही, जो निश्चित ही गुणवत्तापूर्ण शिक्षण के नए आयाम स्थापित करेगी।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक