कोविड वैक्सीन को लेकर कंपनी के कबूलनामे ने बढ़ा दी जनता की टेंशन

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मशहूर दवा निर्माता कंपनी एस्ट्राजेनेका की कोविड वैक्सीन को लेकर चौंकाने वाली खबर सामने आई है। कोरोना की रोकथाम के लिए बनाई गई कंपनी की कोविशील्ड वैक्सीन को लगाने से थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम (टीटीएस) जैसे दुष्प्रभाव हो सकते हैं, जो इंसान के लिए जानलेवा हैं। बता दें कि टीटीएस सिंड्रोम से शरीर में खून के थक्के जमने लगते हैं या बॉडी में प्लेटलेट्स तेजी से गिरने लगते हैं। बॉडी में ब्लड क्लॉट की वजह से ब्रेन स्ट्रोक या कार्डियक अरेस्ट की आशंकाएं बढ़ जाती हैं।वहीं, कंपनी ने भी इस बात को स्वीकार किया है। ब्रिटिश अखबार द टेलीग्राफ की रिपोर्ट के अनुसार कंपनी ने गत फरवरी में ब्रिटेन के उच्च न्यायालय में वैक्सीन के साइड इफेक्ट की बात स्वीकार की है। कंपनी ने माना है कि कोविशील्ड और वैक्सजेवरिया नामों के तहत बेची जाने वाली वैक्सीन बहुत ही दुर्लभ मामलों में दुर्लभ दुष्प्रभाव का कारण बन सकती है।

गौरतलब है कि कंपनी एक मुकदमे का सामना कर रही है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि उसके टीके को लगवाने वालों की मौत हुई और गंभीर दुष्प्रभाव देखने को मिले हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि दो बच्चों के पिता जेमी स्कॉट ने पिछले साल कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया था। उन्होंने खून का थक्का जमने की शिकायत की थी, जिससे वे काम करने में असमर्थ हो गए थे। कथित तौर पर अप्रैल 2021 में वैक्सीन लेने के बाद उनके मस्तिष्क में विकार उत्पन्न हो गया था। रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटिश उच्च न्यायालय में वैक्सीन के साइड इफेक्ट के 51 मामले दर्ज किए गए हैं, जिसमें पीड़ितों और परिजनों ने 10 करोड़ पाउंड (लगभग 1000 करोड़ रुपये) तक के अनुमानित हर्जाने की मांग की है।उल्लेखनीय है कि कंपनी ने पहले वैक्सीन के चलते टीटीएस की संभावना से इनकार किया था। कंपनी ने मई 2023 में कहा था कि वह नहीं मानती है कि टीटीएस सिंड्रोम वैक्सीन के कारण होता है। अब कंपनी ने फरवरी में उच्च न्यायालय में पेश किए गए कानूनी दस्तावेजों में ने कहा, “यह माना जाता है कि एस्ट्राजेनेका वैक्सीन बहुत दु्र्लभ मामलों में टीटीएस का कारण बन सकती है। इसके होने की वजह ज्ञात नहीं है।”

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक