कमांडो ट्रेनिंग के साथ साइबर अपराध से निपटना भी सीखेंगे नए कांस्टेबल

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हिमाचल प्रदेश पुलिस नए भर्ती में उत्तीर्ण कांस्टेबलों को कमांडो के प्रशिक्षण के साथ अब साइबर क्राइम से निपटने के लिए भी अलग से प्रशिक्षित करेगी। पुलिस विभाग इसको लेकर अलग से प्रशिक्षण कार्यक्रम तय करेगा। इसको लेकर मुख्यालय में रूपरेखा तैयार की जा रही है।   प्रदेश सरकार ने विशेष पुलिस कांस्टेबलों के 1,088 पद भरने का निर्णय लिया है। इनमें 708 पुरुष और 380 महिला कांस्टेबलों की भर्ती की जाएगी। लोक सेवा आयोग की ओर से आवेदन की अंतिम तिथि 31 अक्तूबर निर्धारित की गई है। ग्राउंड टेस्ट, प्रशिक्षण स्वयं पुलिस विभाग देगा। लिखित परीक्षा लोक सेवा आयोग के माध्यम से ली जानी है।नशे की रोकथाम और साइबर अपराध से निपटने के लिए इन्हें प्रशिक्षित किया जाना है। इन दिनों प्रदेश में साइबर अपराधी सक्रिय है। लोगों को ठगने के नए नए तरीके निकाल रहे हैं। पेंशनर, कर्मचारी, विश्वविद्यालय में कोर्स कर रहे छात्र इनके निशाने पर हैं।   लोगों को अपने जाल में फंसाने के लिए यह अपराधी तरह तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। ऐसे में सरकार ने इन्हें साइबर अपराध से निपटने का भी प्रशिक्षण देने का फैसला लिया है। वहीं, दूसरी ओर मादक द्रव्यों की तस्करी बढ़ती जा रही है। इन पर शिकंजा कसने के लिए विशेष फोर्स के गठन की आवश्यकता महसूस की जा रही है। प्रदेश सरकार प्रयासरत है कि हर पुलिस स्टेशन पर तस्करों और साइबर क्राइम से निपटने के लिए एक विशेष टीम हो ताकि ऐसे मामलों की जांच समय पर पूरी हो सके।

अफसरों को भी दिया जा रहा प्रशिक्षण
सभी जांच अधिकारियों को भी चरणबद्ध तरीके से साइबर क्राइम से निपटने के लिए उचित प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके साथ ही सरकार पुलिस प्रशिक्षण में भी साइबर क्राइम प्रशिक्षण को अनिवार्य करेगी। ताकि सभी जवान साइबर क्राइम की चुनौती से निपटने में पूरी तरह प्रशिक्षित हों।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक