देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) पर मिलने वाले ब्याज में कमी कर दी है। बैंक ने एक ही महीने में दूसरी बार सभी अवधि की एफडी पर ब्याज दरें 0.40 फीसदी तक घटा दी हैं। नई दरें 27 मई यानी बुधवार से लागू हो गई हैं। गौरतलब है कि बैंक ने इस महीने की शुरुआत में भी एफडी पर ब्याज दरें घटाने का फैसला किया था।
SBI की नई ब्याज दरें:-
7-45 दिन की एफडी पर नई ब्याज दरें
SBI ने आम लोगों के लिए ब्याज दरें 3.3 फीसदी से घटाकर 2.9 फीसदी कर दी हैं। वहीं, सीनियर सिटीजन के लिए ब्याज दरें 3.8 फीसदी से घटकर 3.4 फीसदी पर आ गई हैं।
46-179 दिन की एफडी पर नई ब्याज दरें
SBI ने आम लोगों के लिए ब्याज दरें 4.3 फीसदी से घटाकर 3.9 फीसदी कर दी हैं। वहीं, सीनियर सिटीजन के लिए ब्याज दरें 4.8 फीसदी से गिरकर 4.4 फीसदी रह गई हैं।
180-210 दिन की एफडी पर नई ब्याज दरें
इस अवधि में आम लोगों के लिए SBI ने ब्याज दरें 4.8 फीसदी से घटाकर 4.4 फीसदी कर दी हैं। वहीं, सीनियर सिटीजन के लिए ब्याज दरें 5.3 फीसदी से घटकर 4.9 फीसदी पर आ गई हैं।
211 दिन से 1 साल की एफडी पर नई ब्याज दरें
इस अवधि में आम लोगों के लिए SBI ने ब्याज दरें 4.8 फीसदी से घटाकर 4.4 फीसदी कर दी हैं। वहीं, सीनियर सिटीजन के लिए ब्याज दरें 5.3 फीसदी से घटकर 4.9 फीसदी पर आ गई हैं।
1 से 2 साल तक की एफडी पर नई ब्याज दरें
SBI ने आम लोगों के लिए ब्याज दरें 5.5 फीसदी से घटाकर 5.1 फीसदी कर दी हैं। वहीं, सीनियर सिटीजन के लिए ब्याज दरें 6 फीसदी से गिरकर 5.6 फीसदी रह गई हैं।
2 से 3 साल तक की एफडी पर नई ब्याज दरें
SBI ने आम लोगों के लिए ब्याज दरें 5.5 फीसदी से घटाकर 5.1 फीसदी कर दी हैं। वहीं, सीनियर सिटीजन के लिए ब्याज दरें 6 फीसदी से गिरकर 5.6 फीसदी रह गई हैं।
3 से 5 साल तक की एफडी पर नई ब्याज दरें
SBI ने आम लोगों के लिए ब्याज दरें 5.7 फीसदी से घटाकर 5.3 फीसदी कर दी हैं। वहीं, सीनियर सिटीजन के लिए ब्याज दरें 6.2 फीसदी से गिरकर 5.8 फीसदी रह गई हैं।
5 से 10 साल तक की एफडी पर नई ब्याज दरें
SBI ने आम लोगों के लिए ब्याज दरें 5.7 फीसदी से घटाकर 5.4 फीसदी कर दी हैं। वहीं, सीनियर सिटीजन के लिए ब्याज दरें 6.5 फीसदी से गिरकर 6.2 फीसदी रह गई हैं। इससे पहले एसबीआई ने तीन साल की अवधि के खुदरा टर्म डिपॉजिट पर 20 आधार अंकों की कमी की थी, जो 12 मई 2020 से लागू हो गई थी। मार्च में भी बैंक ने दो बार एफडी की दर कम की थी।
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