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आपदा को अवसर बनाने वाले महापौर को लाना चाहिए श्वेत पत्र : भाजपा

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शिमला, भाजपा शिमला मंडल द्वारा चंबा के लिए राहत कीटों का एक वाहन को रवाना किया गया जिसके अंदर शिमला मंडल से 77 एवं शिमला जिला से कुल 200 किट थी। भाजपा प्रदेश महामंत्री संजीव कटवाल इस रहता वहां को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

इस अवर पर भाजपा प्रत्याशी संजय सूद ने कहा कि नगर निगम के महापौर सुरिंदर चौहान आपदा के समय कांग्रेस शासित नगर निगम और अपनी निकम्मी सरकार की कमियों को छुपाने हेतु उल्टी सीधी बयान बाजी कर रहे हैं।


उन्होंने कहा कि महापौर को भाजपा के सांसदों पर टिप्पणी करने से पहले अपने मुख्यमंत्री और मंत्रियों का रिपोर्ट कार्ड के बारे में सोचना चाहिए था, खुद प्रदेश की सरकार और नगर निगम ने शिमला शहर को राहत पहुंचाने का एक भी कार्य नहीं किया और केवल मात्र सांसदों एवं केंद्र सरकार की तरफ देखने से शिमला शहर को राहत नहीं मिलेगी। हम इनको याद दिलाना चाहेंगे कि यह वही कांग्रेस सरकार है जो आत्मनिर्भर हिमाचल के नारे को लेकर सत्ता में आई थी और इसी प्रकार के नारे नगर निगम चुनाव में भी देखने को मिले थे। पर सत्ता में बैठते ही कांग्रेस के बोल और चाल चलन दोनों ही परिवर्तित हो जाते हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने नगर निगम शिमला के माध्यम से विभिन्न प्रकार के भ्रष्टाचार को शिमला शहर में भी जन्म दिया है। अगर आप कनलोग और बेनमौर में लगे डांगूं की बात ही कर लो तो आपदा को तो अवसर वर्तमान कांग्रेस सरकार ने बनाया है, एक दीवार जो पिछले साल लगी थी वह इस आपदा में पिछले साल से ज्यादा बुरी तरह भेजी और एक दीवार तो ऐसी है जहां खर्चा आठ आने का और बिल रुपया का है।

उन्होंने कहा कि शिमला नगर निगम के महापौर को आपदा संबंधित एक श्वेत पत्र लाना चाहिए जिसमें नगर निगम शिमला ने अपने कोष एवं प्रदेश के सरकारी कोष से क्या खर्चा किया उसका पूरा लेखा जोखा हो। केवल मात्र बयानवीर बनकर काम नहीं होगा अपितु धरातल पर काम करके ही काम होगा यह शिमला नगर निगम के महापौर को ध्यान रखना चाहिए।

इस अवसर पर भाजपा जिला अध्यक्ष केशव चौहान, प्रत्याशी संजय सूद, सुरेश भारद्वाज, रवि मेहता, किरण बावा, संजीव, किमी ,शुभ उपस्थित रहे।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक