ADC निशांत सरीन के ठिकानों पर ED का छापा: गाड़ियां, 40 बैंक खाते सहित शराब जब्त
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भ्रष्टाचार और पद के दुरुपयोग के आरोपों में घिरे हिमाचल प्रदेश के सहायक औषधि नियंत्रक (एडीसी) निशांत सरीन के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए हिमाचल, हरियाणा और पंजाब में उनके सात ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया। 22 और 23 जून को की गई यह छापेमारी धर्मशाला, बद्दी, पंचकूला और चंडीगढ़ समेत कई शहरों में स्थित उनके आवासीय, व्यावसायिक और सरकारी कार्यालयों में की गई।ईडी की यह कार्रवाई एक पुराने भ्रष्टाचार मामले में की गई है। आरोप है कि निशांत सरीन ने वर्ष 2022 में हिमाचल प्रदेश के बद्दी में तैनाती के दौरान दवा कंपनियों को नियमों से परे लाभ पहुंचाकर भारी रिश्वत ली और आधिकारिक पद का दुरुपयोग किया। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 11 के तहत राज्य सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (SV & ACB) हिमाचल प्रदेश पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी। उन्हें सितंबर 2024 में धर्मशाला में एडीसी पद पर तैनात किया गया था, जब वह जमानत पर रिहा हुए।ईडी के अनुसार तलाशी के दौरान कई आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए, जिनमें ड्रग लाइसेंस, कारण बताओ नोटिस, फार्मा कंपनियों को जारी की गई मंजूरियां और संपत्ति से जुड़े दस्तावेज शामिल हैं। इसके अलावा कई मोबाइल फोन, लैपटॉप, पेन ड्राइव और डिजिटल डिवाइस भी जब्त किए गए। तलाशी के दौरान दो लग्जरी वाहन (करीब 32 लाख की कीमत के), 40 से अधिक बैंक खाते/एफडीआर और तीन लॉकर भी जब्त या फ्रीज किए गए, जो निशांत सरीन और उनके परिजनों के नाम पर थे। चौंकाने वाली बात यह है कि उनके न्यू चंडीगढ़ स्थित आवास से 60 से ज्यादा बेहिसाब शराब की बोतलें भी बरामद की गईं।
एक अन्य मामले में हरियाणा पुलिस ने वर्ष 2022 में निशांत सरीन और उनकी करीबी सहयोगी कोमल खन्ना के खिलाफ झेनिया फार्मास्यूटिकल्स, पंचकूला की साझेदारी डीड में जालसाजी, धमकी और डराने-धमकाने के आरोप में एफआईआर दर्ज की थी। इस डीड में खन्ना का हिस्सा 50 फीसदी से बढ़ाकर 95 फीसदी कर दिया गया।
ईडी इस बात की जांच कर रही है कि धर्मशाला में तैनाती के दौरान सरीन ने कथित तौर पर जबरन वसूली की और अपने परिजनों के खातों के माध्यम से दवा कंपनियों के साथ संदिग्ध वित्तीय लेनदेन किए। इस पूरे मामले में सरीन के परिवारजनों और विभिन्न फार्मास्युटिकल कंपनियों के बीच वित्तीय संबंधों की परतें भी खुल रही हैं।
प्रवर्तन निदेशालय ने स्पष्ट किया है कि यह जांच अभी जारी है और आने वाले दिनों में और बड़े खुलासे हो सकते हैं।