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गोवा के अंतरराष्ट्रीय मंच पर चमकेंगी हिमाचल की दृष्टिबाधित गायिका मुस्कान नेगी

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हिमाचल प्रदेश की प्रतिभाशाली दृष्टिबाधित गायिका और राजकीय कन्या महाविद्यालय की असिस्टेंट प्रोफेसर मुस्कान नेगी गोवा में आयोजित हो रहे तीसरे अंतरराष्ट्रीय पर्पल फेस्ट में 10 अक्तूबर को अपनी प्रस्तुति देंगी। इस प्रतिष्ठित आयोजन में भाग लेना मुस्कान के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे हिमाचल के लिए गर्व की बात है।

मुस्कान नेगी न केवल एक सुरीली गायिका हैं, बल्कि सामाजिक प्रेरणा का प्रतीक भी हैं। वह भारतीय चुनाव आयोग की यूथ आइकॉन और उमंग फाउंडेशन की ब्रांड एम्बेसडर हैं। उन्हें राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर अनेक पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। अपनी कला और अदम्य हौसले के बल पर उन्होंने भारत के विभिन्न राज्यों के साथ-साथ अमेरिका में भी अपने गीतों की प्रस्तुति दी है।

तीसरा अंतरराष्ट्रीय पर्पल फेस्ट 9 से 12 अक्तूबर तक गोवा में आयोजित किया जा रहा है। यह आयोजन संयुक्त राष्ट्र, गोवा सरकार, और केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के सहयोग से किया जा रहा है। फेस्ट का उद्देश्य दिव्यांगजनों के अधिकारों, क्षमताओं और उनके सशक्तिकरण से जुड़ी नीतियों पर चर्चा को बढ़ावा देना है।

उमंग फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. अजय श्रीवास्तव ने बताया कि मुस्कान नेगी की प्रस्तुति 10 अक्तूबर को होगी। उन्होंने कहा कि दिव्यांगता पर केंद्रित इस अंतरराष्ट्रीय महोत्सव में इस वर्ष 25 देशों की भागीदारी होगी। पिछले वर्ष हुए पर्पल फेस्ट में 23,500 प्रतिभागी शामिल हुए थे, जिससे यह आयोजन विश्व स्तर पर चर्चित हुआ। इस फेस्टिवल में दिव्यांगजनों के अधिकारों और क्षमताओं पर केंद्रित अनेक कार्यक्रम होंगे जिनमें भारतीय और विदेशी विशेषज्ञों के बीच संवाद, सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, प्रदर्शनियां और खेल प्रतियोगिताएं शामिल हैं।

डॉ. श्रीवास्तव ने कहा कि हिमाचल की बेटी मुस्कान नेगी का इस मंच पर चयन होना प्रदेश के लिए सम्मान की बात है। उन्होंने कहा कि मुस्कान अपने आत्मविश्वास और प्रतिभा से न केवल दिव्यांगजनों बल्कि समाज के हर वर्ग के लिए प्रेरणास्रोत हैं। उनकी गायन प्रस्तुति इस अंतरराष्ट्रीय आयोजन में एक विशेष आकर्षण होगी।

 

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक