भारतीय सेना व नागरिकों ने फहराया तिरंगा, माउंट रियो परगियल पर सफल आरोहण
साहस, दृढ़ता और सैन्य–नागरिक सौहार्द्र की अद्वितीय मिसाल पेश करते हुए किन्नौर के माउंट रियो परगियल अभियान का सफल समापन हुआ, जब टीम ने इस दुर्गम हिमालयी शिखर पर तिरंगा फहराया। यह अभियान ऑपरेशन सद्भावना के अंतर्गत आयोजित किया गया, जो भारतीय सेना और स्थानीय नागरिकों के बीच रोमांच और साझेदारी की भावना का प्रतीक है।
इस अभियान की शुरुआत 23 अगस्त 2025 को पूह से लेफ्टिनेंट जनरल डी. जी. मिश्रा, एवीएसएम, जनरल ऑफिसर कमांडिंग, उत्तर भारत एरिया ने की। इसमें 17 नागरिकों के साथ सेना के जवान भी शामिल हुए, जिन्होंने मार्गदर्शन और सुरक्षा की ज़िम्मेदारी निभाई।
कठिन यात्रा शुरू करने से पूर्व टीम ने अनुकूलन, रॉक क्लाइम्बिंग, जुमरिंग, रैपलिंग और बेस सुरक्षा जैसी कठोर प्रशिक्षण गतिविधियों में भाग लिया। अभियान के दौरान नाको, बेस कैंप, एडवांस बेस कैंप और समिट कैंप होते हुए कई बार प्रतिकूल मौसम का सामना करना पड़ा, लेकिन अंततः टीम ने शिखर पर विजय प्राप्त की।
इस अभियान ने न केवल शारीरिक सहनशक्ति और मानसिक दृढ़ता की परीक्षा ली, बल्कि कठिन भू–भाग और कठोर मौसम के बीच अदम्य संकल्प को भी उजागर किया। पूह में आयोजित फ्लैग–इन समारोह में टीम के साहस और मिशन की सफलता की सराहना की गई।
इस अवसर पर सेना के अधिकारियों ने कहा कि यह अभियान सेना और नागरिकों के बीच तालमेल का अद्भुत उदाहरण है और ऑपरेशन सद्भावना की उस भावना को दर्शाता है, जो विश्वास, साहस और साझा उपलब्धियों के पुल का निर्माण करती है।
माउंट रियो परगियल अभियान भारत की साहसिक भावना, सैन्य–नागरिक संबंधों को सुदृढ़ बनाने में सेना की प्रतिबद्धता और प्रकृति की कठिन चुनौतियों पर मानव संकल्प की विजय का सजीव प्रमाण है।