
आपदा प्रभावित हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश-भूस्खलन से तबाही जारी है। रविवार से लगातार जारी बारिश से जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। जगह-जगह भूस्खलन से राज्य में मंगलवार सुबह 10 बजे तक छह नेशनल हाईवे सहित 1311 सड़कें बंद रहीं। इसके अतिरिक्त 3263 बिजली ट्रांसफार्मर व 858 जल आपूर्ति योजनाएं बाधित होने से सैकड़ों गांवों में बिजली-पेयजल की आपूर्ति ठप है।कसौली क्षेत्र की ग्राम पंचायत भावगुड़ी के समलोह (बस्तला) में सोमवार रात एक मकान गिरने से महिला की मौत हो गई। हादसे में हेमलता (40) पत्नी हिम राम की मौत हो गई। सूचना मिलते ही मंगलवार सुबह नायब तहसीलदार कृष्णगढ़ सूरत सिंह ने पुलिस बल के साथ घटनास्थल का दौरा किया। पंचायत प्रधान दुर्गावती और पूर्व प्रधान बलदेव सिंह की मौजूदगी में प्रशासन ने फौरी राहत के तौर पर 20,000 रुपये की सहायता प्रदान की। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए क्षेत्रीय अस्पताल सोलन भेज दिया है।
आनी के नए बस स्टैंड में दो मंजिला मकान गिरा
प्रदेश में बारिश कहर बरपा रही है। कुल्लू जिले के आनी के नए बस स्टैंड में एक जमींदोज हो गया। 2022 की आपदा में इसी जगह आठ मकान जमींदोज हुए थे। यह मकान तीन साल तक टिका रहा, इस बरसात में यह भी जमींदोज हो गया।
सभी जिलों में आज स्कूल बंद
उधर, मौसम विभाग की चेतावनी के मद्देनजर कांगड़ा, बिलासपुर, सोलन, शिमला, सिरमौर, लाहौल, कुल्लू, ऊना, हमीरपुर, चंबा, किन्नौर और मंडी में आज स्कूल बंद रखे गए हैं। शिक्षकों को घरों से ऑनलाइन कक्षाएं लगाने के निर्देश जारी किए गए हैं। बीती रात सीएचसी तकलेच के पास भारी भूस्खलन के कारण देवठी, कूहल पटैना, मुनिश बाहली, काशापाट, दरकाली तकलेच मार्ग पूर्ण रूप से बंद हो गया। बिजली के पोल टूटने के कारण विद्युत आपूर्ति भी पूर्ण रूप से बंद हो गई। अभी तक कोई भी जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है ।
चंबा जिले में 239 सड़कें ठप
भरमौर-पठानकोट हाईवे जांघी से भरमौर तक और बनीखेत, परिहार में बंद है। चंबा जिले की 239 सड़कें, 207 बिजली ट्रांसफार्मर व 100 पेयजल योजनाएं प्रभावित हैं। सड़कें बंद होने से पैदल लोग आवाजाही करने के लिए मजबूर हैं। ग्रामीण क्षेत्रों से दूध, सब्जियां शहर समेत बाजारों में नहीं पहुंच पा रही हैं।
कांगड़ा, मंडी, सिरमौर में आज रेड अलर्ट
मौसम विभाग ने आज कांगड़ा, मंडी और सिरमौर जिला के कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। शेष जिलों में भारी बारिश का ऑरेज अलर्ट रहेगा। 3 सितंबर को किन्नौर, सिरमौर और शिमला के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। विभाग के अनुसार 8 सितंबर तक बारिश का दाैर जारी रहने का पूर्वानुमान है। सितंबर में राज्य के अधिकांश हिस्सों में सामान्य व सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है। बीती रात नयना देवी में 198.2, रोहड़ू 80.0, जोत 61.2, बग्गी 58.5, कुकुमसेरी 55.2, नादौन 53.0, ओलिंडा 50.0, नंगल डैम 49.8, ऊना 49.0, बीबीएमबी 48.0, भुंतर 47.7, सराहन 47.5, बंजार 42.0 व बिलासपुर में 40.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है।
मनाली-लेह हाईवे ठप होने से फंसे वाहन
मनाली-लेह हाईवे ठप होने से कोकसर में 250 वाहन फंस गए हैं। तीर्थन घाटी में सात घर खाली कराए गए हैं। प्रदेश में नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। भूस्खलन होने के चलते कालका-शिमला रेललाइन की सभी ट्रेनें 5 सितंबर तक रद्द कर दी गई हैं। किन्नौर के निगुलसरी, नाथपा के पास नेशनल हाईवे पांच बंद होने से टापरी में सेब की 7000 पेटियां भी फंस गई हैं।
मानसून में अब तक 327 लोगों की माैत
प्रदेश में जारी बारिश के बीच मानसून सीजन के दौरान अभी तक कुल 3,15,808.98 लाख रुपये की संपत्ति का नुकसान हो चुका है। प्रदेश में इस मानसून सीजन में 20 जून से 1 सितंबर तक 327 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। 385 लोग घायल हुए हैं। 41 लोग अभी लापता हैं। इस दौरान 156 लोगों की सड़क हादसों में मौत हुई है। बादल फटने, भूस्खलन, बाढ़ से अब तक 4,669 कच्चे-पक्के घरों, दुकानों को क्षति हुई है। 3,813 गोशालाएं भी क्षतिग्रस्त हुई हैं। 1,898 पालतु पशुओं की मौत हुई है।
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