शिमला के ढली में भारी भूस्खलन… फोरलेन का डंगा गिरा, पांच घरों पर मंडराया खतरा
राजधानी के ढली क्षेत्र के लिंडीधार गांव में वीरवार को एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया जब फोरलेन निर्माण साइट पर बना एक विशाल डंगा (रीटेनिंग वॉल) अचानक भरभराकर गिर गया। इस हादसे से गांव में दहशत का माहौल बन गया है। डंगा गिरने से सैकड़ों सेब के पेड़ मलबे में दब गए हैं, वहीं नीचे बसे पांच घर अब सीधे खतरे की जद में आ गए हैं।
स्थानीय लोगों के अनुसार, पिछले कई दिनों से डंगे का हिस्सा धीरे-धीरे दरक रहा था, जिसकी शिकायत उन्होंने संबंधित विभाग और निर्माण कंपनी से बार-बार की थी, लेकिन समय रहते कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। आज जब डंगे का एक बड़ा हिस्सा पूरी तरह ध्वस्त हो गया, तो इसकी चपेट में आने से पहले ही गांव के लोग अपने घरों से बाहर भाग निकले और एक बड़ा हादसा टल गया।
मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने बताया कि इस निर्माण कार्य के चलते लिंडीधार गांव की जमीन लगातार खिसक रही है। लोगों का कहना है कि फोरलेन परियोजना में डंगे की गुणवत्ता पर पहले से ही सवाल उठ रहे थे, लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। अब हालात ऐसे बन गए हैं कि पांच परिवारों को अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर शरण लेनी पड़ी है।
डंगे के गिरने से गांव के सैकड़ों सेब के पेड़ भी पूरी तरह मलबे में दब गए हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है। प्रभावित ग्रामीणों ने प्रशासन से तुरंत भू-सर्वेक्षण करवाकर राहत और पुनर्वास की मांग की है। फिलहाल मौके पर पुलिस और जिला प्रशासन की टीम पहुंच चुकी है और स्थिति का जायजा लिया जा रहा है। प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्र को असुरक्षित घोषित कर दिया है और लोगों को वहां न जाने की सलाह दी है।