10 साल बाद होमगार्ड में 700 नई भर्तियों को मंजूरी, विभाग को मिलेगी मजबूती
प्रवक्ता ने बताया कि लंबे समय से भर्ती प्रक्रिया ठप होने के कारण विभाग में कर्मियों की भारी कमी आ गई थी। इससे न केवल सुरक्षा व्यवस्था प्रभावित हो रही थी, बल्कि विभिन्न विभागों, बोर्डों और निगमों द्वारा होमगार्ड की तैनाती के जो अनुरोध आ रहे थे, उन्हें भी समय पर पूरा नहीं किया जा रहा था।उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में कुल 8000 होमगार्ड स्वयंसेवक कार्यरत हैं, जो कानून व्यवस्था बनाए रखने, यातायात नियंत्रण, निर्वाचन ड्यूटी, त्योहारों व बड़े आयोजनों में भीड़ प्रबंधन जैसे कार्यों में पुलिस और नागरिक प्रशासन की सहायता करते हैं। इसके अलावा, प्राकृतिक आपदाओं, दुर्घटनाओं और वनाग्नि की घटनाओं में भी होमगार्ड की भूमिका अत्यंत महत्त्वपूर्ण होती है। ये आपातकालीन स्थितियों में त्वरित प्रतिक्रिया देकर बहुमूल्य जीवन बचाने में योगदान देते हैं।प्रवक्ता ने कहा कि इस भर्ती से राज्य के युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे और विभाग की कार्यक्षमता भी बढ़ेगी। सरकार ने नए होमगार्ड स्वयंसेवकों के पारिश्रमिक और अन्य खर्चों के लिए 24 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया है। उन्होंने कहा कि होमगार्ड विभाग की जनशक्ति को सुदृढ़ करने से न केवल प्रदेश में कानून व्यवस्था बेहतर होगी, बल्कि नागरिक सुरक्षा व सामुदायिक सहायता सेवाओं को भी मजबूती मिलेगी। यह निर्णय प्रदेश में तेजी से बदलती सुरक्षा जरूरतों के अनुसार एक महत्त्वपूर्ण और समयबद्ध पहल मानी जा रही है।