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चूड़धार में रास्ता भटके युवक-युवती को रेस्क्यू कर निकाला सुरक्षित

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हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल चूड़धार (Churdhar) की दुर्गम यात्रा के दौरान रास्ता भटके दो पर्यटकों को पुलिस और स्थानीय लोगों की सूझबूझ व तत्परता से सुरक्षित बचा लिया गया। चंडीगढ़ से आए युवकों के दल में शामिल एक युवक और एक युवती मंगलवार देर रात लापता हो गए थे। इन्हें शिमला जिला की चौपाल व सिरमौर जिला की नौहराधार पुलिस की संयुक्त कार्रवाई के तहत बुधवार तड़के खोज निकाला गया।मंगलवार देर रात चौपाल थाना पुलिस को 112 हेल्पलाइन के माध्यम से एक कॉल प्राप्त हुई, जिसमें कॉलर ने खुद को धीरज निवासी चंडीगढ़ बताया। उसने बताया कि वह अपने 5–6 दोस्तों के साथ नौहराधार से चूड़धार मंदिर की यात्रा पर आया था, लेकिन वापसी के दौरान उसके दो साथी शुभम और प्रभजोत रास्ता भटक गए हैं और उनके मोबाइल फोन बंद आ रहे हैं।

सूचना मिलते ही चौपाल पुलिस हरकत में आई और तुरंत एक टीम को घटनास्थल की ओर रवाना किया गया। साथ ही मंदिर क्षेत्र में रहने वाले स्थानीय निवासी विक्की शर्मा से भी संपर्क साधा गया और सर्च ऑपरेशन में सहयोग मांगा गया। नौहराधार पुलिस चौकी प्रभारी सब-इंस्पेक्टर हेम राज को भी तत्काल अलर्ट कर खोजबीन शुरू कर दी गई।

रातभर चले सर्च अभियान के बाद बुधवार सुबह चौपाल थाना प्रभारी ने पुष्टि की कि दोनों लापता पर्यटकों को सुरक्षित खोज लिया गया है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में घना कोहरा और मौसम खराब होने के चलते दोनों रास्ता भटक गए थे। समय रहते रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू होने से कोई बड़ा हादसा टल गया।

 

दोनों की हालत सामान्य है और उन्हें परिजनों से संपर्क करवा दिया गया है। पुलिस प्रशासन ने पर्यटकों व श्रद्धालुओं से अपील की है कि चूड़धार जैसे दुर्गम इलाकों की यात्रा समूह में करें, मौसम की जानकारी अवश्य लें और ट्रेकिंग के दौरान मोबाइल नेटवर्क की सीमाओं व रास्तों की कठिनाईयों को ध्यान में रखें।

उल्लेखनीय है कि समुद्रतल से लगभग 11,965 फुट की ऊंचाई पर स्थित चूड़धार मंदिर हिमाचल के सबसे ऊंचे धार्मिक स्थलों में से एक है। यहां हर साल हजारों श्रद्धालु पहुंचते हैं, लेकिन घने जंगलों और कठिन ट्रेकिंग मार्गों के कारण खराब मौसम में यह यात्रा जोखिमपूर्ण हो जाती है। प्रशासन द्वारा समय-समय पर चेतावनी व मार्गदर्शन जारी किए जाने के बावजूद पर्यटक अक्सर लापरवाही कर बैठते हैं जिससे दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक