उपमंडलाधिकारी सोलन रोहित राठौर ने सोलन तथा कसौली में कार्यरत विभिन्न होटलों को निर्देश दिए हैं कि वे 15 दिन के भीतर अपने-अपने संस्थानों में ठोस कचरे के वैज्ञानिक निपटारे के लिए मानकों के अनुरूप संयंत्र स्थापित करें। रोहित राठौर इस संबंध में सोलन तथा कसौली के होटल मालिकों के साथ आयोजित एक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
रोहित राठौर ने कहा कि राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण समिति की अध्यक्ष राजवंत संधू ने कुछ दिन पूर्व सोलन में आयोजित बैठक में निर्देश दिए हैं कि ठोस कूड़ा-कचरे का संस्थागत प्रबंधन अनिवार्य है ताकि पर्यावरण को अधिक क्षति से बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि इस संबंध में जिला प्रशासन द्वारा सभी होटलों, विश्वविद्यालयों एवं अन्य संस्थानों को शीघ्र कार्रवाई करने के लिए कहा गया है। संस्थागत ठोस कूड़ा-कचरा निपटान संयंत्र स्थापित करने की समय सीमा 15 दिन निर्धारित की गई है। उपमंडलाधिकारी ने कहा कि यदि विभिन्न होटल 15 दिन के भीतर निर्धारित मानकों के अनुरूप ठोस कूड़ा-कचरा निपटान संयंत्र स्थापित नहीं करते हैं तो उनके विरूद्ध नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
उन्होंने सभी होटल प्रबंधकों से आग्रह किया कि वे अपने-अपने संस्थान में सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग न करें और आंगुतकों को इस दिशा में जागरूक करें। उन्होंने कहा कि ठोस कचरे का यदि सही निपटान किया जाए तो यह पर्यावरण के लिए गंभीर खतरा उत्पन्न करता है। यहां-वहां फैंका गया ठोस कचरा जहां जानवरों के लिए घातक है वहीं यह वर्षा जल के साथ बहकर नदी-नालों तक पहुंचता है। नदी-नालों में प्रदूषण का एक बड़ा कारण ठोस कचरा भी है। उन्होंने आग्रह किया कि इस दिशा में प्रदेश सरकार एवं जिला प्रशासन को सहयोग दें ताकि पर्यावरण को स्वच्छ रखा जा सके। उन्होंने कहा कि इस दिशा में उचित कार्रवाई के लिए राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण द्वारा स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने सभी होटल मालिकों से आग्रह किया कि वे अपने संस्थान में निर्धारित समय अवधि में इन्सीनरेटर एवं ऑर्गेनिक वेस्ट कंपोस्टर स्थापित करें।बैठक में जिला पर्यटन विकास अधिकारी विवेक चौहान सहित सोलन तथा कसौली के विभिन्न होटल मालिक एवं अन्य उपस्थित थे।
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